भारत की प्रथम अध्यापिका सावित्रीबाई फुले की मनाई गई जयंती

चंद्रमोहन चौधरी .
बिक्रमगंज। भारत की प्रथम अध्यापिका सावित्रीबाई फुले की जयंती शुक्रवार को सासाराम रोड स्थित मुन्नी सिंह मार्केट में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। माली मालाकार कल्याण समिति जिला अध्यक्ष संतोष भंडारी द्वारा आयोजित जयंती समारोह में कई लोगों ने भाग लिया। इस दौरान माता सावित्रीबाई फुले एवं महान सामाजिक सचेतक महात्मा ज्योतिबा फुले के तैल चित्र पर लोगों ने पुष्प अर्पित किया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को संदेश देते हुए अधिवक्ता जयराम प्रसाद ने कहा कि एक समय था जब शोषितो सहित महिलाओं को शिक्षा से वंचित रखा जाता था। सदियों से चली आ रही इस अमानवीय व्यवस्था को सावित्रीबाई फुले ने अपने पति ज्योतिबा फुले के साथ कम से कम मिलाते हुए संघर्ष के बल पर समाप्त करने का काम किया। परिणाम स्वरूप महिलाओं सहित शोषित वर्ग को शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार प्राप्त हुआ। वहीं मौके पर उपस्थित अयूब खान, शिक्षक अरविंद कुमार सिंह ने फूले दंपति का जीवन वर्तमान में भी लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। संतोष भंडारी ने कहा कि शिक्षा के लिए सावित्रीबाई फुले ने जो संघर्ष किया उसके सापेक्ष उन्हें भारत में सम्मान प्राप्त नहीं हुआ। इसके लिए सरकार द्वारा इन्हें भारत रत्न से विभूषित करना चाहिए। मौके पर द्विज राज, मंटू कुमार, राहुल कुमार, चिंटू यादव, चंदन कुमार कुंदन कुमार, विक्की यादव सलीम अली एवं मुन्ना शर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे।