अवैध खनन कर अभ्रक रखने का जमीन मालिक ने जताया विरोध,वन विभाग में प्राथमिकी दर्ज
संतोष कुमार,
रजौली-थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती पंचायत के बाराटांड़ गांव में अवैध खनन कर निजी जमीन में संग्रहित करने का जमीन मालिक ने विरोध जताया है।साथ ही इसकी मौखिक एवं लिखित शिकायत मंगलवार को वन विभाग को सौंपने के लिए कार्यालय भी पहुंचा।जमीन मालिक बाराटांड़ गांव निवासी स्व मो इजराइल मियां के बेटे मो फारूक ने बताया कि अकलावाटांड़ निवासी मो ओली मियां के पुत्र मो सरफराज द्वारा जंगली क्षेत्र में अवैध उत्खनन कर जबरन मेरे घर के बगल में रख देता है।जिसका विरोध किये जाने पर सपरिवार को मारपीट एवं झूठे केस में फंसाने की धमकी देता है।बताते चलें कि सवैयाटांड़ पंचायत के चटकरी,बाराटांड़,सिमरातरी व सपही के अलावे आसपास के गांवों में जंगली क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अभ्रक का अवैध उत्खनन जोर-शोर से किया जाता है।वन विभाग द्वारा कभी-कभार कार्रवाई भी किया जाता है।बीते माह दुर्गा पूजा के पूर्व वन विभाग द्वारा की गई छापेमारी में अवैध उत्खनन मामले में अभ्रक को जब्ती किया गया था एवं साथ ही कुछ उत्खनन कर्मियों को भी हिरासत में लिया गया था।जबकि छापेमारी को देखकर फरार होने वाले खनन माफियाओं में मो सरफराज भी शामिल था।वहां के ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बाद भी मो सरफराज खुलकर अभ्रक खनन में जुटा हुआ है।जो वन विभाग के लिए एक खुली चुनौती है।
क्या कहते हैं रेंजर-
इस बाबत रेंजर मनोज कुमार ने कहा कि ग्रामीण द्वारा लिखित आवेदन प्राप्त हुआ है।जांच में मामला सच पाया गया है।दिए आवेदन के आलोक में मो सरफराज के विरुद्ध वन अधिनियम के सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।साथ ही कहा कि पूर्व में भी मो सरफराज अभ्रक़ के अवैध उत्खनन मामले में नामजद प्राथमिक अभियुक्त है।उन्होंने कहा कि मो सरफराज की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी भी की जा रही है।जल्द ही उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।