कृषि विज्ञान केन्द्र बिक्रमगंज में किया गया पूर्व प्रशिक्षणार्थी सम्मेलन का आयोजन
चंद्रमोहन चौधरी ।
कृषि विज्ञान केंद्र, बिक्रमगंज में पूर्व प्रशिक्षणार्थी सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर डॉ एम के सिन्हा, प्राचार्य, वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय, डुमराव ने किया। उन्होंने माली प्रशिक्षण प्राप्त किए सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं उद्यानिक औजार जैसे सिकेटियर एवं बडिंग नाइफ प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों के चेहरे की मुस्कान कृषि विज्ञान केंद्र की कामयाबी को बताता है। माली प्रशिक्षण में शामिल महिला प्रशिक्षणार्थी अन्य के लिए प्रेरणादायक हैं। महिलाएं भी आत्मनिर्भर बनकर पौधशाला, नर्सरी इत्यादि का व्यवसाय पुरुषों के मुकाबले ज्यादा बेहतर कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि रोहतास जिले के किसानों हेतु वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के सभी वैज्ञानिक तत्परता से कार्य करेंगे। जरूरत पड़ने पर वह इस जिले के कार्यक्रमों में हिस्सा भी लेंगे। उन्होंने केंद्र द्वारा विभिन्न तकनीकों से लगाए गए धान खेती को देखते हुए निर्देश दिया कि यहां जिले के सभी प्रखंडों से किसानों को लाकर इन तकनीक से अवगत कराएं। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ शोभारानी वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान ने प्राचार्य ने उनका स्वागत किया एवं कृषि विज्ञान केंद्र की प्रशिक्षण, प्रत्यक्षण एवं अनुसंधान की सभी गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने मत्स्य पालन में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि इस जिले में पंगास मछली का उत्पादन सबसे अधिक हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के द्वारा धान के प्रत्यक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जो किसानों को दिखाने हेतु धनगाई फार्म में लगाए गए हैं। आने वाले दिनों में कौशल विकास मिशन के तहत माली एवं वर्मी कंपोस्ट उत्पादन के प्रशिक्षण कराए जाएंगे। कार्यक्रम का संचालन मत्स्य वैज्ञानिक आर के जलज ने किया। डाo रतन कुमार ने माली प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यहां के प्रशिक्षण प्राप्त युवक स्वरोजगार एवं प्राइवेट कंपनियों में रोजगार कर रहे हैं। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ रमाकांत सिंह ने किया। प्रशिक्षणार्थियों में प्रियांशु कुमार, प्रभा कुमारी, सूरज कुमार, अनिल कुमार, पिंकी कुमारी प्रमिला कुमारी, राजकुमारी देवी, राकेश कुमार, उमेश सिंह इत्यादि सहित कुल 30 प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।