धृतराष्ट्र न बने नीतीश–बीरेन्द्र गोप
धीरज गुप्ता,
गया- ओबीसी महासभा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट बीरेन्द्र कुमार उर्फ बीरेन्द्र गोप ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर एवं सचिव केके पाठक के विवाद पर बयान जारी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सनकी अधिकारी के के पाठक को निलंबित करने की नसीहत दी है। बीरेन्द्र गोप ने मुख्यमंत्री के नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा कि कुर्सी मोह में आकर मनुवादी विचार धारा के अधिकारी के के पाठक से पिछड़ा समाज के बेटा शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर को अपमानित कराना बंद करें अन्यथा इस कुकृत्य का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा। श्री गोप ने कहा कि लगता है कि बिहार के पिछड़े-दलित समुदाय के बच्चों की बेहतरी के लिए शिक्षा मंत्री ने जो काम किया है और कर रहे हैं वह मुख्यमंत्री हजम नहीं कर पा रहे हैं इसीलिए एक पागल अधिकारी को सामने कर दिये हैं।क्या 80% आबादी वालों का बेहतरी के लिए काम करना गुनाह है? गोप ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर पूछा है कि आखिर क्या गुण देखकर के के पाठक को शिक्षा विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेवारी सौंपे हैं, जबकि ये सनकी जिस विभाग में रहा है उसका मटियामेट करके छोड़ा है,चाहे मध् निषेध विभाग हो या खनन विभाग। गोप ने कहा कि कहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने शराबबंदी को सफल बनाने का जिम्मा के के पाठक को सौंपा था उसके ठीक उलट इन्होंने शराब को घर-घर पहुंचाने का रिकॉर्ड बना डाला था। अगर इसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मनुवादी विचारधारा वाले शिखंडी कि भूमिका में रहे अधिकारियों के हाथों पिछड़ों-दलितों के प्रतिनिधियों को अपमानित किराते रहे तो ओबीसी महासभा बिहार मुख्यमंत्री के खिलाफ सड़क पर उतरने का काम करेगी।