इंटरनेशनल एमएफए 12 में रोहतास के फाइटर ने मिस्र के फाइटर को चटाई धूल

दिवाकर तिवारी ।

भारतीय फाइटर सब पर भारी- एमएमए फाइटर श्यामानंद

रोहतास। दिल्ली के नोएडा में आयोजित इंटरनेशनल मैट्रिक्स फाइट नाइट 12 में रोहतास के एमएमए फाइटर श्यामानंद ने एक बार फिर अपना लोहा मनवाया है। उन्होंने मिक्स मार्शल आर्ट में मिस्त्र के फाइटर विडो मोहम्मद को दो मिनट से भी कम समय में नॉक आउट कर प्रतियोगिता जीत ली है। श्यामानंद की जीत के बाद खेल प्रेमियों में काफी उत्साह है तथा जिला सहित पूरा भारत गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इसी क्रम में नोएडा से वापस अपने पैतृक शहर सासाराम लौटे श्यामानंद ने एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि भारत के पहलवानों को कमतर आंकने वाले किसी भी देश के फाइटर को चारों खाने चित करने का माद्दा हम रखते हैं। मेरा अगला लक्ष्य विश्व स्तरीय प्रतियोगिता को जीतकर भारतीय तिरंगा को लहराना है। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए एमएमए फाइटर श्यामानंद ने कहा की कड़ी मेहनत और लगन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है बशर्ते की समाज एवं देश का समर्थन उसे प्राप्त हो। श्यामानंद ने बताया कि बचपन से हीं उनका खेल के प्रति रुझान रहा है। शुरुआत में उनका क्रिकेट के प्रति जुनून था। लेकिन फिर उन्होंने मिक्स मार्शल आर्ट में अपनी दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी। सासाराम से हीं उन्होंने बॉक्सिंग खेलना शुरू किया। फिर स्टेट लेवल और उसके बाद नेशनल लेवल तक खेलने लगे तथा कई प्रतियोगिताएं अपने नाम कर ली। वहीं श्यामानंद ने बेंगलुरु के इंडिया कंपैक्ट स्पोर्ट्स एकेडमी से ट्रेनिंग लेकर मिक्स मार्शल आर्ट के इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की है तथा लगातार देश को गौरवान्वित कर रहे हैं। गौरतलब हो कि दो दिनों पूर्व 25 वर्षीय श्यामानंद नोएडा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मल्टी मार्शल आर्ट 12 फाइटिंग प्रतियोगिता में मिस्र के वीडो मोहम्मद को दो मिनट से भी कम समय में धूल चटा दिया। उन्होंने जीत के बाद रिंग में हीं अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि विपक्षी पहलवान प्रतियोगिता के पहले बोल रहा था कि भारतीय पहलवानों को फाइटिंग नहीं आती। लेकिन मैंने उन्हें समझा दिया कि भारतीय पहलवान सब पर भारी है। उन्होंने पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर कहा कि मेरा लक्ष्य विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए स्वर्ण पदक हासिल करने की है और आने वाले समय में मैं इसे कर दिखाऊंगा। इस अवसर पर संस्थान के सचिव गोविंद नारायण सिंह ने फाइटर श्यामानंद को पौधा, अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा कहा कि श्यामानंद को पूर्व की भांति विश्वविद्यालय से हर संभव सहायता प्रदान की जाती रहेगी। उल्लेखनीय है कि रोहतास जिले के उदयीमान फाईटर को गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय विगत कई वर्षों से प्रायोजित करता रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा मिल रहे सहयोग के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए श्यामानंद ने बताया कि अगर इसी प्रकार से समाज का सहयोग मिला तो मैं अपना लक्ष्य अवश्य प्राप्त करूंगा।