जिलाधिकारी के निर्देश पर खत्म हो रही डुमरिया पहाडी एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पानी की समस्या

मनोज कुमार ।

जिला पदाधिकारी के निर्देश पर नक्सल क्षेत्र छकरबंधा पंचायत के वार्ड न0 8,9 महादलित टोला में पानी की समस्या को किया गया दूर
लोकतंत्र की आवाज़.
गया। जिला मुख्यालय से लगभग 103 किलोमीटर बिहार-झारखंड की सीमा पर डुमरिया प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित के साथ साथ पहाड़ी एवं घना जंगल क्षेत्र छकरबंधा पंचायत में पानी समस्या जुझ रहे महादलित टोला में जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एस०एम० के निर्देश पर 3 पालियों में टैंकर से पानी की व्यवस्था किया गया है। गया जिला का एक मात्र डुमरिया प्रखंड कें छकरबंधा पंचायत जो चारो ओर पहाड से धिरा है. एक ओर पथरिली क्षेत्र होने के कारण व दूसरी ओर दिन -प्रतिदिन बढ़ते गर्मी के कारण भुगर्व जल स्तर में आ रही गिरावट के बावजूद दूरदराज पहाड़ी क्षेत्र में रह रहे लोगों को पानी की समस्या ना हो, इस पर विशेष निगरानी रखने को जिला पदाधिकारी ने निर्देश जारी किया है। जिला पदाधिकारी ने विभाग को निर्देश दिया है कि किसी भी क्षेत्र से पेयजल की समस्या आने या सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किए गए समस्या या वैसा कोई टोला जहां मिलो दूर से पानी लाने की सूचना मिलने पर तुरंत उक्त स्थान पर पानी उपलब्ध कराने की वैकल्पिक व्यवस्था प्रशासन द्वारा कराई गयी है। इस वर्ष पेयजल समस्या ना हो इसके लिए पूरी तत्परता से कार्य करवाया जा रहा है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग शेरघाटी डिवीजन का क्षेत्र लगभग पूरी तरह पहाड़ियों से घिरा हुआ है।खास कर डुमरिया इमामगंज गुरुआ जैसे क्षेत्र में पहाड़ों पर बसे बसावट में भी पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एस०एम० द्वारा पहाड़ों पर बसे बसावट में पानी की समस्या पर विशेष नजर रखी जा रही है एवं प्रतिदिन पीएचईडी के कार्यपालक अभियंताओं से उन क्षेत्रों में पानी की व्यवस्था के बारे में जानकारी भी ली जाती है।इसके साथ-साथ जिला नियंत्रण कक्ष में आने वाले पेयजल से संबंधित शिकायतों का भी प्रतिदिन समीक्षा की जाती है। डुमरिया प्रखंड का वर्तमान में भू-जल स्तर 31 से 32 है।
डुमरिया जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र के साथ-साथ पहाड़ी जंगल का क्षेत्र भी है।इन क्षेत्र में पहाड़ो पर बसे महादलित बस्तियों में पानी की कमी न हो इसके लिये पूरी दुरुस्त व्यवस्था रखी गयी है।छकरबंधा पंचायत के वार्ड न0 8 छकरबंधा एवं 9 पिछुलिया, कचनार, परनटांड, केन्दुआटांड आदि जैसे महादलित टोला में पानी की घोर समस्या है। इन पहाड़ी क्षेत्रों में पर्याप्त टैंकर से 3 पालियों में रूट चार्ट तैयार करते हुए पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। पीएचईडी कनिय अभिंयता से मिली जानकारी के अनुसार छकरबंधा पंचायत के वार्ड न0 8 एवं 9 में बोरिंग भी किया जा चुका है सिर्फ उसके मोटर लगने का काम है बहुत जल्द ही वहा पर पानी की समस्या दूर किया जायेगा।इसके साथ ही छकरबंधा पंचायत से सटे इमामगंज प्रखंड के खरावं, एवं लुटीटांड गांव मे भी पानी की घोर किल्लत है, इसके लिए बरहा से टैंकर मे पानी भरकर वहा पानी की समस्या को दूर किया जा रहा है.
जिला पीएचईडी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शेरघाटी डिवीजन में 18 टैंकर के माध्यम से वाटर क्राइसिस वाले क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. जहां अत्यधिक पानी का डिमांड है वहां तीन पालियों में पानी दिया जा रहा है।
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी शेरघाटी ने बताया कि शेरघाटी डिवीजन क्षेत्र में छूटे हुए टोला तथा वैसी वार्ड जहां छोटी-छोटी समस्या के कारण जलापूर्ति बाधित हो रही है।उसे कनीय अभियंता और सहायक अभियंता को निर्देशित करते हुए तुरंत संबंधित कांट्रेक्टर एवं संवेदक के माध्यम से ठीक करवाया जा रहा है।डुमरिया प्रखंड के पीएचईडी विभाग के कनीय अभियंता सुभम कुमार ने बताया कि पूरे प्रखंड में 540 चापाकल की मरम्ती करने का लक्ष्य था जिसमें अभी तक 355 चापाकल को मरम्मती किया जा चुका है।150 वैसे चापाकल है जो बनाने लायक नही है। पहाडी क्षेत्र होने के कारण अधिकांश बोर सूख गया है।
दूसरी ओर सेवरा पंचायत के वार्ड न0 10 में लगभग दो वर्षो से पानी सप्लाई बंद था‌ पानी की समस्या को देखते हुए जिला पदाधिकारी के निर्देश पर पानी सप्लाई शुरू किया गया है।डुमरिया प्रखंड के घोर नक्सल प्रभावित व पहाड़ी क्षेत्र भोकहा पंचायत के नवीगढ, पननवाटांड, आदि जगहो में भी पानी की समस्या को जिला पदाधिकारी के निर्देशन पर दूर किया गया है। भंगिया पंचायत के कविसा गांव में भी टैंकर से पानी की समस्या को दूर किया गया है।वही पनकारा पंचायत में लगातार टैंकर से पानी सप्लाई दिया जा रहा है।

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