वजीरगंज : नलजल योजना की हुई समिक्षा, पीएचईडी कर्मियों को डीएम ने लगाई फटकार

शशि कुमार ।

वजीरगंज प्रखंड मुख्यालय परिसर में बुधवार को नलजल योजना क्रियान्वयन की समिक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें गया डीएम डॉ8 त्यागराजन एसएम ने जनप्रतिनिधियों से क्षेत्र में पेयजल की किल्लत व उसके समाधान को लेकर विशेष चर्चा की एवं संबंधित पदाधिकारियों को तत्काल निर्देश दिये। मौके पर उपस्थित विधायक विरेन्द्र सिंह ने कहा कि चापाकल मरम्मत ढंग से नहीं होने की शिकायत क्षेत्र से लगातार मिल रही है, मरम्मत दल कभी पाईप तो कभी अन्य सामान नहीं होने की बात कहकर जैसे – तैसे बनाकर चले जाते हैं, जो तुरंत खराब भी हो जाता है। इसपर डीएम ने पीएचईडी विभाग के जेई व उसके संबंधित पदाधिकारियों को कहा कि रिकार्ड के अनुसार सभी सामान उपलब्ध है, उसके बाद इस प्रकार की समस्या क्यों आ रही है, मरम्मत दल को अविलम्ब बदल दें और जो भी सामान चाहिये उसका कलस्टर के हिसाब से भंडारण कर इस समस्या को जल्द से जल्द निपटायें नहीं तो आपके यहां रहने का कोई फायदा नहीं, आपको सस्पेंड किया जायगा।
इसी प्रकार क्षेत्र के पंचायत व नगर पंचायत जनप्रतिनिधि और उनके प्रतिनिधि क्रमश: अमर शंकर, मधुकर जी मधु, वार्ड पार्षद समूह, अशोक पासवान, संतोष साव, मुन्ना कुमार, राजकुमार शर्मा, पिंटु सिंह, जतन यादव, इमरान खान, उषा देवी, संजीत कुमार, अमरीश कुमार उर्फ पिंकु, परमानन्द प्रसाद सहित अन्य ने क्षेत्र में नलजल योजना की बत्तर स्थिति को प्रदर्शित करते हुए उसके समाधान तथा खराब पड़े सरकारी चापाकलों की अच्छी तरह से मरम्मत कराने की मांग की। प्रकाश चौधरी ने बताया कि घुरियावां में नलजल योजना भूमि विवाद के कारण स्थगीत है, जिसपर डीएम ने कहा की इसपर एलआरडीसी जांच करेंगे। वहीं समाजसेवी पंकज उर्फ संजय ने नगर पंचायत अंतर्गत् वार्ड सं0 10 में विगत् डेढ़ वर्षों से नलजल बाधित होने की बात कही, जिसपर पेयजल की किल्लत को झेल रहे भरेती के ग्रामीणों को अविलम्ब टैंकर से पानी उपलब्ध कराने का डीएम ने आदेश दिया। सहिया पंचायत मुखिया मुरारी यादव ने सीराजी, भागलपुर और सीरी में पेयजल के लिये टैंकर व्यवस्था करने की गुहार लगाई। वहीं किसानों को खाद की सुविधा हेतु विस्कोमान भवन वजीरगंज में बनवाने की भी मांग मुख्य पार्षद प्रतिनिधि द्वारा रखी गई। डीएम ने पीएचईडी जेई व कर्मियों को कहा कि जल्द हीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर समस्याओं को खत्म करें। बैठक के बाद डीएम विशुनपुर जाकर जलभंडारण हेतु बनाये गये आहरों की समिक्षा की तथा स्थानीय लोगों से बात की।