कांग्रेसी नेताओं स्वामी विवेकानंद की 123 वीं पुण्यतिथि पर युवा न्याय का संकल्प दोहराया

विश्वनाथ आनंद।
गया जी( बिहार)- महान स्वतंत्रता सेनानी, ओजस्वी वक्ता, विश्व स्तरीय विद्वान, युवाओ के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की 123 वीं पुण्यतिथि गया के स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण में कॉंग्रेस पार्टी के तत्वावधान में मनाई गई।सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद के प्रतिमा पर माल्यार्पण के पाश्चात्य उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि अपने तेजस्वी वाणी के जरिए पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का डंका बजाने वाले स्वामी विवेकानंद ने केवल वैज्ञानिक सोच तथा तर्क पर बल ही नहीं दिया, बल्कि धर्म को लोगों की सेवा और सामाजिक परिवर्तन से जोड़ दिया।
स्वामी विवेकानंद की यह युक्ति की उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाता, तथा खुद को कमजोर समझाना सबसे बड़ा पाप है, संपूर्ण विश्व में प्रासंगिक है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गया जिला कॉंग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, गया जिला कॉंग्रेस सेवा दल अध्यक्ष अमित कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, रवीन्द्र सिंह करजनि, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार,मोहम्मद शमीम, मुन्ना मांझी, मनोज प्रजापति, सुबोध पाल, कैलाश प्रसाद यादव, आदि ने कहा कि स्वामी विवेकानंद साहित्य, दर्शन, संगीत में विशेष रुचि रखते थे, राष्ट्रीय युवा दिवस भी इनकी जयंती को ही मनाई जाती है, जिसकी घोषणा देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी अपने कार्यकाल में किया था ।नेताओ ने गया गाँधी मैदान के पूर्वी- उत्तरी कोना पर स्वामी विवेकानंद का आदम कद प्रतिमा स्थापित कराने की मांग राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से किया है।