नवादा जिला के नादरीगंज पड़रिया गांव में अपराधियों ने घटना का अंजाम देकर नीतीश सरकार की सुशासन की खोली पोल

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विश्वनाथ आनंद ।
गया (बिहार )- ब्राह्मण जागृति मंच अनुमंडल शाखा टिकारी के सचिव शिव वल्लभ मिश्रा ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि नवादा जिला के नादरीगंज पड़रिया गांव में बीते दिन ब्राह्मण समाज के महिलाओं व पुरुषों पर अपराधियों ने जिस प्रकार से जानलेवा हमला किया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसकी जितनी भी निंदा किया जाए कम है. उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ नीतीश की सुशासन सरकार महिलाओं की सुरक्षा देने की बड़े-बड़े दावा करती रही है, लेकिन जिस प्रकार से सुशासन की सरकार में महिलाओं पर अपराधियों द्वारा खुलेआम हमला किया गया और स्थानीय प्रशासन से लेकर सरकार मूकदर्शक बनकर देख रही है. जिससे साबित हो चुका है कि सुशासन की नीतीश सरकार महिलाओं की शुभचिंतक नहीं बल्कि अपराधियों का मनोबल बढ़ाने वाली सरकार है. उन्होंने आगे कहा कि यदि बिहार में सुशासन की सरकार होती तो अपराधी इस प्रकार घटना का अंजाम देकर खुला नहीं घूमते.

बल्कि अपराधी प्रवृत्ति के लोग सलाखों के पीछे होता. उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन अपराधियों को जांचकर शीघ्र कार्रवाई नहीं करती है तो विवश होकर सरकार एवं स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए विरोध जताएगा. इसी तरह सामाजिक महिला कार्यकर्ताओं ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि घटना का जिस प्रकार से अपराधियों ने अंजाम दिया है जिससे लगता है कि अपराधियों ने जघ्रन्य अपराध किया है. इसकी जांच उच्च स्तरीय कमेटी से करने की जरूरत है. इसी तरह औरंगाबाद ब्राह्मण संघ ने भी घटना की तीव्र निंदा करते हुए एक बैठक आहूत किया. जिसमें अपराधियों द्वारा नादरीगंज पड़रिया गांव में घटित घटना को एक ऐतिहासिक दुखद पल बताया. उन्होंने आगे कहा कि बिहार की नीतीश सरकार सुशासन के नाम पर जंगल राज कायम करना चाहती है तो वह दिन दूर नहीं. आने वाले दिनों में ब्राह्मण समाज इसका जवाब अवश्य देगा. औरंगाबाद ब्राह्मण संघ के गुप्तेश्वर पाठक ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि पीड़ित परिजनों से संघ ने बातचीत किया है. बैठक बुलाई है. एवं स्थानीय प्रशासन व सरकार से घटित घटना को जांच करते हुए पीड़ित परिजनों को न्याय देने की मांग की है.