वकालत पेशे को नैतिक आयाम दिए थे, राम प्रवेश बाबू : जिला एवं सत्र न्यायाधीश

-जिला विधिक संघ में बार एवं बेंच की उपस्थिति में मना स्वर्गीय राम प्रवेश बाबू की 10वीं पुण्यतिथि.
विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद( बिहार )-जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में स्थित जिला विधिक संघ के रघुनंदन सेंट्रल हॉल में वरीय अधिवक्ता एवं पूर्व सचिव स्वर्गीय राम प्रवेश बाबू की दसवीं पुण्यतिथि बार एवं बेंच के सैकड़ो सदस्यों की उपस्थिति में मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं अतिथियों का स्वागत राम प्रवेश बाबू के प्रधानाध्यापक(पीएम श्री अनुग्रह मध्य विद्यालय)सुपुत्र उदय कुमार सिंह ने किया।कार्यक्रम मैं मुख्य अतिथि के रूप में पधारे जिला एवं सत्र न्यायाधीश राज कुमार वन ने रामप्रवेश बाबु की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. उन्होंने आगे कहा कि स्वर्गीय राम प्रवेश बाबू बेहद सच्चे एवं ईमानदारी के प्रतीक थे. और अपने 50 साल के वकालत के पेशे के साथ -साथ सामाजिक प्रक्षेत्र में बेमिसाल कार्य किया था ।जिला विधिक संघ के सचिव के रूप में भव्य रघुनंदन भवन का निर्माण भी करवाया।साथ ही अधिवक्ताओं के कल्याण हेतु उन्होंने जिला विधिक संघ में अधिवक्ता कल्याण कोष का गठन किया था. जिसके वह संस्थापक सचिव भी थे।

आज यह करोड़ों की निधि वाला कोष बन चुका है।कार्यक्रम में अपर जिला जज शिव कुमार, आनंद भूषण, एसडीजेएम निधि जयसवाल, न्यायिक दंडाधिकारी शुभंकर शुक्ला आदि न्यायिक पदाधिकारियों ने भी स्वर्गीय सिंह की तस्वीर पर माल्यार्पण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक संघ के अध्यक्ष विजय कुमार पांडेय ने किया .उन्होंने राम प्रवेश बाबू के जीवन को सभी के लिए अनुकरणीय बताया। श्रद्धांजलि सभा के साथ ही प्रत्येक वर्ष की भांति आयोजित संगोष्ठी के विषय “उभरते साइबर खतरे एवं भारतीय कानून” पर विस्तृत चर्चा वरीय अधिवक्ता रसिक बिहारी सिंह ने किया एवं कहा कि न्यायिक कार्यों में भी साइबर खतरे की इंटेंसिटी बढ़ी है जो चिंता का विषय है। वरीय अधिवक्ता नागेश्वर सिंह ने राम प्रवेश बाबू के अवदानों को स्मृत कर भावुक हो गए। वरीय अधिवक्ता महेन्द्र प्रसाद सिंह ने अपने स्वरचित काव्यों के माध्यम से अपने बड़े भाई को याद किया। वरीय अधिवक्ता उदय कुमार सिन्हा ने राम प्रवेश बाबू को एथिकल वकालत के पेशे का पाठशाला बताया। पूर्व प्राचार्य विजय कुमार सिंह ने राम प्रवेश बाबू के सुपुत्र उदय कुमार सिंह को अपने अपरिमित कद के पिता की स्मृतियों को हर वर्ष याद करा समाज को सम्यक दिशा देने का कार्य को काफी सराहा। प्रो संजीव रंजन सिंह ने राम प्रवेश बाबू को पिता तुल्य बताया और कहा कि यह गर्व का विषय है कि हमलोगोंं का पोषण ऐसे मूर्धन्य हस्तियों के साए में हुआ है। धन्यवाद ज्ञापन जिला विधिक संघ के महासचिव जग नारायण सिंह ने किया।कार्यक्रम में अधिवक्ता बागेश्वरी सिन्हा, सतीश कुमार सिंह दूदूण,अभय कुमार सिंह,ओम प्रकाश सिंह, प्रदीप सिंह, राज कुमार सिंह,सतीश कुमार स्नेही,विजय सिंह, बद्री नारायण सिंह, सरोज कुमार सिंह, बीरेंद्र पांडे,संतोष कुमार सिंह, प्रिंसिपल रामेश कुमार, प्रिंसिपल नरेंद्र पांडे, व्यवहार न्यायालय के वरिष्ठ कर्मीv दिलीप कुमार सिन्हा, अधिवक्ता संजय कुमार, क्षितिज रंजन, कुणाल कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में वकील एवं शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थें।