गया ज़िला में सभी विभागों का मानिनीय मंत्री पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग डॉ० प्रेम कुमार के द्वारा समीक्षात्मक बैठक
मनोज कुमार ।
दिनांक 30 नवंबर 2024 को माननीय मंत्री जी के द्वारा ज़िला पदाधिकारी गया , वरीय पुलिस अधीक्षक गया , वन प्रमंडल पदाधिकारी गया वन प्रमंडल , नगर आयुक्त गया , उप पुलिस अधीक्षक गया के साथ गया ज़िला समाहर्णालय में गया ज़िले में विधि व्यवस्था, पर्यावरण सुरक्षा , वृक्षारोपण , विकास कार्यों , विद्यालयों की गुणवत्ता के बारे में समीक्षात्मक बैठक की गई । वन प्रमंडल पदाधिकारी महोदय के द्वारा माननीय मंत्री जी एवं अन्य सभी उपस्थित पदाधिकारियों को वृक्षारोपण के विषय में जानकारी दी गई । उनके द्वारा बताया गया कि वन भूमि तथा ग़ैर वन भूमि पर वन विभाग द्वारा मानसून के समय पर वृक्षारोपण किया जाता है ग़ैर वन भूमि के अन्तर्गत गया ज़िले में 10000 लौह गैबियन लगाये गये इनमें मुख्यतः फूलों के पौधे लगाये गये ताकि यातायात को भी अवरोध का सामना ना करना पड़े । नेशनल हाईवे तथा स्टेट हाईवे पर 16700 पौधे लगाये गये हैं , जिससे सडक़ों पर भी हरियाली बढ़ी है।इस वर्ष गया ज़िले में सभी विभागों के द्वारा सम्मिलित रूप से लगभग 2500000 पौधे लगाये गये । वन विभाग के द्वारा अभिनव प्रयोग भी किया है जिसमें कि ड्रोन के द्वारा दुर्गम पहाड़ियों पर सीड बॉल की मदद से वनरोपण किया जा रहा है ।
सीड बॉल एक मिट्टी तथा अन्य जैविक खादों को पौधे के बीजों के साथ मिला कर बनाया जाता है जिससे बीज की जीवंत शक्ति बढ़ जाती है तथा यह दुर्गम स्थानों पर भी पौधारोपण करने की क्षमता रखता है । माननीय मंत्री जी के द्वारा इसका शुभारंभ ब्रह्म योनि पहाड़ गया में किया गया था ।इसमें उत्तरजीविता बहुत अच्छी पायी गई है तथा इसपर और अनुसंधान किया जाना है । मियावाकी पद्धति के द्वारा कम स्थान में वन का विकास करने के विषय में भी जानकारी दी गई यह भी एक अभिनव वनरोपण की पद्धति है ।पार्कों का भी विकास किया जा रहा है धनिया बगीचा में एक नये पार्क का निर्माण किया जाएगा जिसके लिये भूमि चिन्हित की जा चुकी है । कंडी नवाडा में जैव विविधता पार्क का निर्माण किया जाएगा । सिलौंजा में सेवेन वंडर्स पार्क बनाया जाएगा । लघु वन उपज पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा महुआ, शतावर, चिरौंजी , मधु सहजन के चूर्ण को निर्यात के दृष्टि से विकसित किया जाएगा । ग्रामीणों को ग्रीष्म काल में जल की उपलब्धता बढ़ाने के लिए वन भूमि के अंदर जल जीवन हरियाली मिशन के अंतर्गत हर खेत को पानी योजना के लिए स्टॉप डैम का निर्माण भी कराया जा रहा है। कृषि वानिकी के अन्तर्गत किसानों को पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ।माननीय मंत्री पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग डॉ प्रेम कुमार जी के द्वारा गया वन प्रमंडल पदाधिकारी महोदय के प्रयासों की सराहना की गई ।