2005 में नीतीश कुमार बिहार के ऐतिहासिक मुक्तिदाता के रूप में उभर कर सामने आए और 2025 में वो बिहार की जरूरत बन गए हैं

जदयू प्रवक्ता नवल शर्मा ने कहा कि 2005 में नीतीश कुमार बिहार के ऐतिहासिक मुक्तिदाता के रूप में उभर कर सामने आए और 2025 में वो बिहार की जरूरत बन गए हैं। लालू राज के दलदल से बिहार को बाहर निकालने के लिए नीतीश कुमार ने अपनी बुद्धिमता से जिस आर्थिक और प्रशासनिक रणनीति का निर्माण किया यह उसी का नतीजा है कि बिहार विकास के रास्ते पर तेजी से दौड़ रहा है। लालू राज में तोड़ मरोड़कर रख दिए गए बिहार का विकास एक बेहद जटिल विषय है ।

जिसके आर्थिक के साथ साथ सामाजिक और सांस्कृतिक पहलू भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं और पिछले उन्नीस वर्षों में नीतीश कुमार ने जितनी संजीदगी से इन सवालों का सामना और समाधान किया है वह अदभुत है। बिहार के चतुर्दिक विकास की पेचीदगियों की जितनी बारीक समझदारी सीएम नीतीश को है उसके चलते वह बिहार की आवश्यकता है।