आईआईएम बोधगया ने डीएमसीएच के सहयोग से किया दो दिवसीय जीवन-रक्षक पहल का आयोजन
विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार )- आईआईएम बोधगया ने देहली मेडिटेक चिवर हॉस्पिटल (डीएमसीएच) के सहयोग से दो दिवसीय “जीवन बचाओ पहल” का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिसमें सीपीआर प्रशिक्षण भी शामिल था। आईआईएम बोधगया की सीएसआर समिति, प्रगति, द्वारा समर्थित यह पहल 23 नवंबर 2024 को बापूनगर गांव में शुरू हुआ, जहां ग्रामीण समुदाय के 55 से अधिक रोगियों को व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करवाई गयी, जिनमें वजन, लम्बाई और रक्तचाप की निगरानी जैसी महत्वपूर्ण जांच शामिल रही। साथ ही चिकित्सक परामर्श एवं निःशुल्क दवा वितरण भी किया गया.डीएमसीएच की एक कुशल टीम द्वारा आयोजित सीपीआर तकनीकों का लाइव प्रदर्शन दिन का मुख्य आकर्षण था, जिसमें अस्पताल के निदेशक, डॉ. कृष्णा प्रसाद विश्वकर्मा, एक वरिष्ठ डॉक्टर, डॉ. कुशाग्र विश्वकर्मा और तीन नर्सिंग स्टाफ सदस्य उपस्थित थे। ग्रामीणों को आपात स्थिति में प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया करने के लिए आवश्यक जीवन रक्षक कौशल सिखाय गए। आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता सहाय के दृष्टिकोण के अनुरूप से यह कार्यक्रम सार्थक पहल के माध्यम से संस्थान को विकास और सामाजिक विकास के केंद्र के रूप में स्थापित करता है। इसका संचालन प्रगति के अध्यक्ष प्रोफेसर सुरेश केजी और प्रोफेसर जॉनसन अभिषेक मिंज के मार्गदर्शन में किया गया.आईआईएम बोधगया परिसर में 24 नवंबर 2024 को यह कार्यक्रम जारी रहा।
इस कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जो डीएमसीएच टीम के मार्गदर्शन में व्यावहारिक सीपीआर प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। व्यावहारिक प्रदर्शन और विशेषज्ञ मार्गदर्शन ने उपस्थित लोगों को आत्मविश्वास के साथ आपातकालीन चिकित्सा का प्रबंधन करने के लिए सशक्त बनाया।आईआईएम बोधगया ने इस कार्यक्रम के द्वारा समग्र विकास और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। संस्थान की सीएसआर समिति प्रगति ने दो दिवसीय पहल को सफल बनाने में उनके अटूट समर्थन और विशेषज्ञता के लिए डीएमसीएच के प्रति आभार व्यक्त किया।आईआईएम बोधगया यह कार्यक्रम द्वारा एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा, जागरूकता और प्रभावशाली सहयोग के माध्यम से अपने समर्पण की पुष्टि करता है।