बाइक चोरों का पीछा कर रहे शख्स को अपराधियों ने मारी गोली, मौत
दिवाकर तिवारी ।
बाइक चुरा कर भाग रहे थे सभी अपराधी, पीछा करने के दौरान पत्रकार के भाई को मारी पांच गोलियां
घटना के दौरान एक अन्य युवक पर भी चलाई गोली, फायरिंग करते हुए भाग निकले सभी अपराधी
सासाराम। रोहतास जिले में बाइक चोरों का आतंक इन दिनों अपने चरम पर है। बीती रात भी बाइक चोरों ने एक पत्रकार के चचेरे भाई भानु प्रताप सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी है। जिससे जिले में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि शिवसागर थाना क्षेत्र के घोरघट गांव के समीप बाइक चोरों का पीछा कर रहे भानु प्रताप सिंह को अपराधियों ने पांच गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक कैमूर जिले के कुदरा निवासी चिंतन सिंह के पुत्र भानु प्रताप सिंह बताए जाते हैं जिनकी उम्र लगभग 35 वर्ष आंकी गई है।बता दें कि कुदरा नगर थाना क्षेत्र के अवध नगर छतरी इलाके से शुक्रवार की रात तीन अपराधी मृतक भानु प्रताप सिंह के दरवाजे से बाइक चुरा कर भाग रहे थे तभी इसकी सूचना घर वालों को हुई तो वे अपने कार में सवार होकर अपराधियों का पीछा करने लगे और शिवसागर थाना क्षेत्र के घोरघट गांव के समीप कार सवार लोगों ने अपराधियों की बाइक में टक्कर मार कर गिरा दिया। इसके बाद उन्होंने बाइक चोरों को पकड़ना चाहा तो अपराधियों ने पिस्तौल निकाल लिया और भानू प्रताप सिंह को पांच गोलियां मारी, जिससे उनकी घटनास्थल पर हीं मौत हो गई। जबकि इस दौरान अपराधियों ने मयंक नामक एक अन्य युवक पर भी गोली चलाई, लेकिन गोली नहीं लगी और अपराधी फायरिंग करते हुए भाग निकले।
इधर घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची शिवसागर थाने की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है तथा अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।वहीं घटना के संदर्भ में मृतक के परिजन अमन कुमार ने बताया कि शुक्रवार की रात घर से बाइक चुरा कर भाग रहे अपराधियों का हमलोग कार से पीछा कर रहे थे तभी राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर मां मुंडेश्वरी धर्म कांटा के समीप अपराधियों की बाइक और कार में टक्कर हो गई। जिसके बाद हम लोग अपराधियों को पकड़ने के लिए गए तो उन्होंने गोली चलानी शुरू कर दी जिसमें भानु प्रताप सिंह की घटनास्थल पर हीं मौत हो गई और सभी अपराधी फायरिंग करते हुए भाग निकले।
वहीं मामले में रोहतास एसपी रौशन कुमार ने बताया कि मेरे द्वारा घटनास्थल का मुआयना करते हुए डॉग स्क्वायड एवं एफएसएल की टीम द्वारा साक्ष्य संकलन किया गया है तथा कैमूर पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर अपराधियों की तलाश की जा रही है।