शिक्षकों को मिले सेवा निरंतरता ,समस्थानिक इंडेक्स और ऐच्छिक स्थानांतरण का लाभ

— परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ ने उठाई मांग।
— परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ की बैठक में में लिया गया निर्णय।
— मांगे पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा।
विश्वनाथ आनंद
पटना (बिहार )-परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ की बैठक प्रदेश संयोजक प्रणय कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि विशिष्ट शिक्षकों को सेवा निरंतरता,समस्थानिक पे इंडेक्स एवं ऐच्छिक स्थानांतरण लागू करने हेतु संवैधानिक तरीके से सरकार का ध्यान आकर्षण कराया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश संयोजक प्रणय कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा विशिष्ट शिक्षकों को छलने का कार्य किया जा रहा है। एक ओर सरकार द्वारा विशिष्ट शिक्षकों को राज्य कर्मी बनाने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है वहीं दूसरी तरफ उन्हें मूलभूत सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। सेवा निरंतरता ,समस्थानिक पे इंडेक्स और ऐच्छिक स्थानांतरण विशिष्ट शिक्षकों का अधिकार है। राज्य के शिक्षकों ने आज तक जो कुछ भी प्राप्त किया है वह अपने संघर्ष के बलबूते ही प्राप्त किया है।

महासंघ के प्रदेश कार्यकारी संयोजक नवनीत कुमार और प्रदेश संगठन महामंत्री शिशिर कुमार पांडेय ने कहा कि विभाग की उपेक्षापूर्ण नीतियों का खामियाजा शिक्षकों को भोगना पड़ रहा है। इसे लेकर शिक्षकों में काफी आक्रोश है। विभाग द्वारा पहले त्रुटिपूर्ण तबादला नीति लाई जाती है और उसके उपरांत ऐच्छिक स्थानांतरण को समाप्त कर दिया जाता है। जिन शिक्षकों ने 20 वर्षों की सेवा प्रदान की है उनके लिए भी सरकार ने कुछ नहीं सोचा है। नए पे स्ट्रक्चर के भ्रमजाल में उन्हें फंसा कर उन्हें समस्थानिक पे इंडेक्स से वंचित करने की साजिश विभाग द्वारा की जा रही है। शिक्षकों द्वारा पूर्व में की गई सेवा की गणना किया जाना आवश्यक है। उन्होंने सरकार से मांग किया कि जल्द से जल्द इन समस्याओं का समाधान किया जाए ताकि शिक्षक संशय मुक्त होकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकें।प्रदेश मीडिया प्रभारी मृत्युंजय ठाकुर ने राज्य सरकार से मांग किया कि तबादला नीति में आवश्यक संसोधन कर ऐच्छिक तबादला नीति लाई जाए ताकि जो शिक्षक पंद्रह-बीस वर्ष से दूरदराज नौकरी कर रहे हैं।

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