खुशी और सुखी तथा समृद्धि का प्रतीक ,दिवाली पर मिट्टी का दिया जलाए
गजेंद्र कुमार सिंह ।
शिवहर—– जिले में जिले में खुशियां मनाने के लिए मिट्टी के दीपक जलाने से शांति मिलती है। बरकत होती है, और उस घर में सौभाग्यता बनी रहती है। दीपावली के दिन मिट्टी के दीए जलाने से घर में लक्ष्मी का निवास होता है, उस घर में धनवंतरी का निवास होता है, तो खुशियां भी बनी रहती है। संवाद संचार हिंदी दैनिक अखबार ने इस बार दीपावली के अवसर पर मिट्टी का दीपक जलाने के लिए अपील की है।मिट्टी के दीए जलाने से सुख ,समृद्धि और शांति का प्रतीक है दिवाली दिवाली में समिति के दीप जलाने से लक्ष्मी जी का घर में होता है वास ।मिट्टी का मंगल ग्रह का प्रतीक भी माना जाता है। मंगल, साहस पराक्रम में वृद्धि करता है और तेल शनि का प्रतीक माना जाता है। दीपक में देवताओं का तेज होता है।सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए दीप जलाए जाते हैं।
सुख और खुशी तथा समृद्धि के प्रतीक है मिट्टी के दीए ,को बनाने के लिए पहले मिट्टी को पानी में गलाकर बनाते हैं ।जो भूमि तत्व व जल तत्व का प्रतीक है। मिट्टी के दीए को धूप और हवा में सुखाया जाता है जो आकाश तत्व और वायु तत्व का प्रतीक है। पांचवा तत्व- मिट्टी के दीए को आग से तपाकर बनाया जाता है।पांच तत्वों का प्रतीक मिट्टी का दीए को अयोध्या वासियों ने 14 बर्ष का बनवास समापन के उपरांत भगवान श्री रामचंद्र जी ,माता सीता तथा उनके अनुज लक्ष्मण के स्वागत हेतु संपूर्ण अयोध्या वासियों ने मिट्टी का दीप जलाकर रोशन किया था , उसी दिन से दीपावली अर्थात दीपों का त्यौहार मनाया जाता है।
31 अक्टूबर 2024 को दीपावली पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा ।इसके लिए कुम्हार ने अपनी चाक की रफ्तार को बढ़ा दी है, परंतु गीली मिट्टी को उंगलियों से नया आकार देने वाले कुम्हार परिवार आज अपनी कला और अपनी परिवार को बचाने के लिए आज के इस आधुनिक युग में बिजली की चकाचौंध रोशनी के बीच अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।
जरूरत है इन्हें आपकी। आप उनके द्वारा बनाए मिट्टी के दीए को खरीद कर न केवल खुशियां दे सकते हैं बल्कि उनकी कला और आपकी परंपरा को भी जिंदा रख सकते हैं। तो आईए न्यूज मंच की इस मुहीम को आगे बढ़ाते हुए दीपावली पर मिट्टी का दिया को जलाए। पर्यावरण बचाएं, मुहिम का हिस्सा बन अपने आशियाने को रोशन करने के साथ-साथ कुम्हार के चाक को भी रफ्तार बढ़ाएं। जिस दिया बनाने से कुम्हार जाति का रोजगार मिले