जिले में राजनीतिक के सियासत की खेल में जीत गए निवर्तमान

गजेंद्र कुमार सिंह ।

जिले में अविश्वास लगाने वाले जनप्रतिनिधि दावा- पेंच में हुए शिकस्त

शिवहर—– जिले में राजनीतिक के दावपेच में कहीं दाव उल्टा न पड़ जाए, यह कहावत चरितार्थ हुआ शिवहर जिले के जिला परिषद चेयरमैन से लेकर जिले के सभी प्रखंड प्रमुखों पर।बिहार में जिला परिषद चेयरमैन और प्रखंड प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेने की एक होड़ सी मच गई थी जिसमें हमारा जिला शिवहर भी अछूता नहीं रहा।शिवहर में भी सात सदस्यीय जिला परिषद कमेटी में चेयरमैन विजय कुमार सिंह उर्फ छोटा विजय के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया।यही नहीं शिवहर प्रखंड प्रमुख अनारो देवी, पिपराही प्रखंड प्रमुख उपेंद्र पासवान उर्फ शिवचंद्र पासवान, पूरनहिया प्रखंड प्रमुख प्रमोद साह, तरियानी प्रखंड प्रमुख प्रीति सिंह तथा डुमरी कटसरी प्रखंड प्रमुख सरिता देवी के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव लगाया गया था।पर राजनीतिक में सियासत का खेल भी कमजोर नहीं , विगत दो वर्षों में जिला परिषद चेयरमैन से लेकर पांचों प्रखंड प्रमुखों ने ऐसी राजनीति गुर सीखे। कि अविश्वास खारिज हो गया और पुनः अपने-अपने पद पर सभी काबिज हो गए।

जब अविश्वास लगा था तो चेयरमैन से लेकर प्रखंड प्रमुखों ने अपनी कुर्सी बचाने के जद्दोजहद में जुट गए। राजनीतिक दांव-पेंच मैं विरोधी टूट गए और चेयरमैन से लेकर प्रखंड प्रमुख तक पद पर काबिज को कुछ बिगाड़ न सकें।गौरतलब हो कि बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव 2 साल दिसंबर में पूरा हुआ था। कुल निर्वाचित सदस्यों के एक तिहाई सदस्य यदि मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जिला परिषद उप विकास आयुक्त, प्रमुख के लिए ( प्रखंड विकास पदाधिकारी)को लिखित अविश्वास प्रस्ताव लगाने के लिए आवेदन देने पर अविश्वास लगाया जाता है।शिवहर जिला में जिला परिषद चेयरमैन पर विजय कुमार सिंह उर्फ छोटा विजय ने दूसरी बार, शिवहर प्रखंड प्रमुख अनारो देवी दूसरी बार, पिपराही प्रखंड प्रमुख उपेंद्र पासवान और शिवचंद्र पासवान दूसरी बार, पूरनहिया प्रखंड प्रमुख प्रमोद साह तीसरी बार डुमरी कटसरी प्रखंड प्रमुख सरिता देवी तीसरी बार, तथा तरियानी प्रखंड प्रमुख प्रीति सिंह दूसरी बार प्रखंड प्रमुख बनी है उनके शुभचिंतको ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।