वार्ड पार्षदों ने डीएम को लिखा पत्र, मेयर पर योजनाओं के चयन में हेराफेरी का लगाया आरोप
दिवाकर तिवारी ।
रोहतास। नगर निगम सासाराम में नगर आयुक्त एवं मेयर के बीच लंबे समय से चल रहा विवाद अब भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते कई महीनों से नगर आयुक्त यतेन्द्र कुमार पाल एवं मेयर काजल कुमारी आमने-सामने हैं और वार्ड पार्षदों का दल भी दो खेमों में बंट गया है। जिससे शहर के विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं और सफाई व्यवस्था भी धराशाई होती दिखाई दे रही है। इसी क्रम में अब नगर आयुक्त यतेन्द्र कुमार पाल के पक्ष में खड़े कई वार्ड पार्षदों ने मेयर काजल कुमारी पर योजनाओं के चयन में मनमानी एवं हेरा फेरी करने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी नवीन कुमार को पत्र भी लिखा है। डीएम को लिखे पत्र में कहा गया है कि मेयर द्वारा बोर्ड एवं सशक्त अस्थाई समिति की बैठकों में नियम विरुद्ध निर्णय लिया जाता है एवं जिस विषय पर बैठक में कोई चर्चा नहीं होती है उसे भी कार्यवाही पंजी में हेराफेरी कर निर्णय में लिख दिया जाता है। जबकि नियमानुसार विषय पर मौखिक एवं लिखित रूप से दिए गए विचार को भी कार्यवाही पंजी में दर्ज नहीं किया जाता है। वार्ड पार्षदों का आरोप है कि मेयर द्वारा उनके गलत निर्णय एवं कार्य पर सवाल उठाने वाले वार्डों की योजनाओं को जानबूझकर काट दिया जाता है और गलत तरीके से अन्य वार्डों की योजनाओं को शामिल कर लिया जाता है। वार्ड पार्षदों के एक दल ने अब इस पूरे मामले में डीएम को जांच कर पद एवं शक्ति का दुरुपयोग करने के लिए मेयर के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा करने का अनुरोध किया है। वार्ड पार्षदों का कहना है कि अगर मेयर द्वारा इसी तरह योजनाओं के चयन में पक्षपात किया जाता है तो बाध्य होकर अपने वार्ड के समुचित विकास हेतु जन आंदोलन किया जाएगा।