रैंकिंग निषेध सेमिनार आयोजित, बच्चों का किया गया मार्गदर्शन
दिवाकर तिवारी ।
रोहतास। रैगिंग को हमेशा से अभिशाप के रूप में देखा जाता है। साथ ही यह दंडनीय अपराध भी है। रैगिंग किसी भी तरह से उचित नहीं है क्योंकि इसके प्रभाव से प्रताड़ित होने वाल कुछ भी करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। रैगिंग से जितनी भी दूरी बनाए रखी जाए छात्रों के लिए उतना ही लाभदायक है। उक्त विचार मंगलवार को नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जमुहार में आयोजित रैंगिग निषेध सेमिनार को संबोधित करते हुए डिहरी की अंचलाधिकारी अनामिका कुमारी ने कही। वहीं सेमिनार को संबोधित करते हुए मुफस्सिल थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर शुभम कुमार ने छात्रों को बताया कि इससे होने वाले नुकसान का किसी भी प्रकार से भरपाई नहीं किया जा सकता।
इसलिए रैगिंग को ना कहें। उन्होंने कहा कि मर्यादा में रहते हुए अपने छोटे भाइयों को प्यार दें एवं उनका मार्गदर्शन करें। जबकि नवागंतुक मेडिकल छात्रों का भी आह्वान किया कि अपने से सीनियर्स को बड़े भाई के रूप में सम्मान देते रहे। रैगिंग सेमिनार को वरिष्ठ अधिवक्ता एवं नारायण स्कूल आफ लॉ के डीन डॉ राकेश वर्मा, नारायण मेडिकल कॉलेज के उपप्राचार्य डॉ अशोक देव, गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर कुमार आलोक प्रताप ,डीन फैकल्टी ऑफ़ मेडिसिन डॉ मुक्तिनाथ सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ पुनीत कुमार सिंह ,प्राचार्य डॉक्टर विनोद कुमार ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के जनसंपर्क पदाधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने किया।