राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन कार्यलय में महान भारत के बलिदानों की जयंती

धीरज।

गया ।राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन कार्यालय में “अंग्रेजों के सामने झुके नहीं,खुद से उनको ये आस था,शरीर में ताकत नहीं थी, पर मन में आजादी का विश्वास था” के उदघोष के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस कार्यक्रम का शुभारंभ दोनों के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर भाजपा नेता मनीष पंकज मिश्रा ने कहा कि आज गांधी जी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत को पूरी दुनिया के लोगों द्वारा अनुसरण किया जा रहा है उन्होंने समाजिक बुराईयों व भेदभाव का विरोध किया।

वे नारी सशक्तिकरण के लिए प्रयास करने के साथ साथ शांति, अहिंसा, सत्य, समानता का संदेश दिया जो आज भी प्रासंगिक हैं। कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सह भाजपा नेता राणा रंजीत सिंह ने कहा कि 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध के समय शास्त्री जी ने ‌” जय जवान, जय किसान ” का जो अमर नारा दिया था वो आज भी हर भारतीय को प्रेरित करता है और उनके नेतृत्व में पाकिस्तान को हराने के साथ साथ देश में हरित क्रांति, श्वेत क्रांति लाकर खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनाने में उनके योगदान का पुरा देश ऋणी हैं। आजादी के समय उनके द्वारा दिया गया नारा कि ” मरों नहीं वल्कि दुश्मनों को मारों ” युवा क्रांतिकारी साथियों को प्रेरित किया था। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष मनीष पंकज मिश्रा कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष राणा रंजीत सिंह,कुंदन सिंह, गोपाल सिंह, अनिल कुमार यादव, बबलु गुप्ता, मोना शर्मा, इन्दु प्रजापति, सुनैना देवी, निशा नन्दन‌

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