काले हिरण शिकार मामले में चेनारी थानाध्यक्ष निलंबित, बघैला एसएचओ पर भी गिरी गाज

दिवाकर तिवारी ।

सासाराम एसडीपीओ दिलीप कुमार के जांच रिपोर्ट के आधार पर हुई कार्रवाई, मामले में संलिप्तता उजागर.

रोहतास। बीते 15 सितंबर को रोहतास वन क्षेत्र में हुए एक काले हिरण के शिकार मामले में संज्ञान लेते हुए रोहतास एसपी विनीत कुमार ने चेनारी थानाध्यक्ष शंभू कुमार को निलंबित कर दिया है।मामले में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार ने बताया कि बीते 15 सितम्बर को कुछ लोगो द्वारा रोहतास वन क्षेत्र में एक काले हिरण का शिकार किया गया था। जिसमें चेनारी थानाध्यक्ष की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही थी। इसको लेकर सासाराम अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार से पूरे मामले की जांच कराईं गई तथा जांच रिपोर्ट के आधार पर चेनारी थानाध्यक्ष शंभू कुमार को निलंबित करते हुए उन्हें पुलिस केंद्र वापस बुला लिया गया है। विदित हो कि बीते दिनों वन्य जीव तस्करों द्वारा रोहतास वन क्षेत्र में एक काले हिरण का शिकार किया गया था तथा चेनारी थाने की मदद से इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा था। लेकिन वन विभाग को जैसे हीं इसकी सूचना मिली उसने वन विभाग की एक टीम को भेज कर काले हिरण के मांस व सिंघ के साथ चेनारी थाना परिसर में खड़े एक स्कॉर्पियो को जप्त कर लिया तथा वन विभाग की टीम ने चेनारी थानाध्यक्ष को भी अपने साथ लेकर वन विभाग के कार्यालय पहुंची। जहां उनसे काफी लंबी पूछताछ की गई। वहीं इस पूरे मामले में रोहतास पुलिस की संलिप्तता सामने आने पर कई तरह के सवाल भी खड़े होने लगे। जिसको देखते हुए एसपी विनीत कुमार ने भी पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए। जिसके फलस्वरुप जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने अब चेनारी थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है। इधर पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार ने न्यायालय के रिपोर्ट के आधार पर ससमय शराब कांड में आरोप पत्र दाखिल नहीं करने के कारण बघैला एसएचओ नेहा कुमारी को भी निलंबित करते हुए पुलिस केंद्र वापस बुला लिया है। एक साथ दो थानाध्यक्षों पर हुई इस कार्रवाई से जहां रोहतास पुलिस पदाधिकारीयों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं दूसरी ओर जिले वासियों ने एसपी के इस कदम का स्वागत भी किया है।

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