हाई वोल्टेज विद्युत के चपेट में आने से जयपाल पासवान की मौत के बाद जिला पार्षद सदस्य गायत्री देवी ने चंदा गांव का किया दौरा.
विश्वनाथ आनंद l
औरंगाबाद (बिहार)- हाई वोल्टेज विद्युत के चपेट में आने से जयपाल पासवान की मौत की घटना के बाद जिला पार्षद सदस्य गायत्री देवी ने बनुआ पंचायत के चंदा गांव का दौरा किया . एवं स्वर्गीय जयपाल पासवान के परिजनों से भेंट कर हर संभव मदद करने एवं सरकारी मुआवजा मुहैया कराने का भरोसा जताया है. इस संबंध में देव दक्षिणी क्षेत्र के जिला पार्षद सदस्य गायत्री देवी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि देव प्रखंड स्थित बनुआ पंचायत के चंदा ग्राम के लोगों ने विद्युत विभाग के कार्यालय में कई बार शिकायत आवेदन देकर विद्युत विभाग की तार की जर्जरता को लेकर गुहार लगाया . परंतु विद्युत विभाग के कर्मचारियों पदाधिकारी की मनमानी रवैया के कारण विद्युत विभाग की जर्जर तार को नहीं बदल गया ,जिसका परिणाम है कि विगत दिन-09 अगस्त कि सुबह हाई वोल्टेज विद्युत तार टूट कर बिखर गया . जिसके चपेट में आने से बनुआ पंचायत के चंदा ग्राम- निवासी जयपाल पासवान उम्र 32 वर्ष की मौत हो गई . उन्होंने आगे कहा कि तेतराइन गांव में बिजली की खंभा विगत 7 माह से तथा पत्थर मंदिर के समीप गिरा हुआ है, लेकिन कोई देखने वाला नहीं. जबकि गांव के लोग उसी रास्ते से आते जाते हैं. श्रीदेवी ने जिला प्रशासन एवं विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता से शीघ्र परिवारों को मुआवजा मुहैया करने की मांग किया है . वही श्रीदेवी ने मौत की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया एवं दुख की घड़ी में परिजनों को धैर्य, शक्ति एवं साहस देने की कामना ईश्वर से किया . श्रीमती गायत्री देवी ने कहा कि बालूगंज के थाना प्रभारी पवन कुमार से मिलकर उक्त घटना की जानकारी दिया हूं. उन्होंने आगे कहा कि थाना प्रभारी ने भी हर संभव मदद करने का भरोसा दिया है. ऐसे तो गायत्री देवी बताती है कि जयपाल पासवान की मां पत्नी एवं दो बच्चे हैं. जयपाल पासवान ही घर का देखभाल करता था परंतु निधन होने के बाद घर की स्थिति काफी दयनीय हो गया है. एवं परिजनों को खाने के लिए लाले पड़ने लगे हैं. श्रीमती गायत्री देवी ने जिला पदाधिकारी सुहर्ष भगत से मृतक के परिजनों को शीघ्र मुआवजा मुहैया कराने एवं गांव में विद्युत जर्जर तार को हटाने के लिए विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता को निर्देशित करने की मांग किया है. अब देखना है कि जिला पार्षद की मांगों पर जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन क्या कार्रवाई कर पाती है यह तो आने वाला वक्त बताएगा. लेकिन जिस प्रकार से विद्युत विभाग के लापरवाही से जयपाल पासवान की निधन होना दुखद है.