इस वर्ष पितृपक्ष मेला 28 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा

MANOJ KUMAR .

गया, पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन तथा देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के साथ साथ फल्गु नदी गया जी डैम को भी पूरा निर्मल स्वच्छ रखना आवश्यक है, ताकि डैम की खूबसूरती में और चार चांद लगे। इसके अलावा मेला क्षेत्र में भी मेला के दौरान व्यापक सफाई की व्यवस्था रहे। कही भी कोई थोड़ी सी गंदगी न है। आने वाले तीर्थयात्रा ज़िले की एक अच्छी छवि लेकर वापस अपने घर लौटे ऐशी व्यवस्था इस बार अपेक्षित है। बेहतर व्यवस्था रहने से ज़िले का नाम पूरे विश्व मे जाना जाएगा, क्योंकि देश विदेश से तीर्थयात्रा अपने पूर्वजों की कर्मकांड करने यहां आते हैं।
विदित हो कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला 28 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा, इस 15 दिनों में लाखों तीर्थयात्री तर्पण करने यहां आते हैं, प्रशासन द्वारा हर स्तर पर यात्रियों की सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिये बेहतर से बेहतर काम करवायी जा रही है, ताकि यात्रियों को कोई छोटी से छोटी भी असुविधा न हो सके।
जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने सभी विष्णुपद मंदिर समिति, संवास सदन समिति सहित अन्य सभी पंडा समाज के पुरोहितो को बताया कि मोहाने एवं निरंजना नदी का पानी मिलकर फल्गु में आता है। बिहार सरकार तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए विष्णुपद मंदिर के सामने देवघाट में सालों भर पानी उपलब्ध रखने के उद्देश्य से गया जी डैम का निर्माण करवाया है। उन्होंने सभी पुरोहितों से अपील किया है कि डैम को पूरी तरह निर्मल स्वच्छ रखना आप सभी का कर्तव्य है। पिंड सामग्री को नदी में प्रवाहित ना करें यही सबसे अपील है। पिंड सामग्री को विसर्जन के लिए पक्का स्ट्रक्चर घाट पर पीट निर्माण करवाया गया है, जहां तीर्थयात्री अपना पिंड सामग्री को छोड़/ प्रवाहित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जागरूकता के दृष्टिकोण से स्लोगन भी लिखवाया जाएगा, जिसमें रहेगा कि :-कृपया पिंड के सामग्री को यहां पिट में डाले, नदी में ना डालें। नदी को स्वच्छ रखना हम सभी का कर्तव्य है। कृपया मुझे गंदा न करे। इत्यादि।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि ऐसी सूचना प्राप्त हुई है कि घाट के समीप रहने वाले स्थानीय लोग नदी में यत्र तत्र डालकर नदी को प्रदूषित करने का काम कर रहे हैं, जो काफी गलत काम है। यदि संबंधित व्यक्ति ऐसे करते पकड़े जाएंगे तो उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
गया जी डैम को निर्मल एवं स्वच्छ बना रहे इस उद्देश्य से जिला पदाधिकारी ने एक समिति बनाने का निर्देश दिए, जिसमें पंडा समाज के पुरोहित एवं जिला प्रशासन के पदाधिकारी शामिल रहेंगे। पंडा समाज के सभी पुरोहित अपने अधीनस्थ सभी पंडित जो पिंड दान करवाते हैं, उन्हें निर्देशित करेंगे कि पिंडदान सामग्री को घाट पर बने स्ट्रक्चर में ही विसर्जन करवाये। समिति का कार्य भी रहेगा की यत्र तत्र नदी में डालने से रोकेंगे एवं व्यापक जन जागरूकता करेंगे। व्यवहार परिवर्तन करवाना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए सोमवार से ही घाट पर यह व्यवस्था लागू करवाने का अपील किए हैं।इसके अलावा उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया की घाट पर परमानेंट माइकिंग की व्यवस्था रखे।