बिक्रमगंज में आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा किया गया गोदभराई

चंद्रमोहन चौधरी ।

8 अगस्त तक मनाया जा रहा है विश्व स्तनपान दिवस

बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर सोमवार को सेविकाओं के द्वारा गर्भवती महिलाओं का गोदभराई का रस्म किया गया। गोदभराई का रस्म महीने के प्रत्येक 7 तारीख को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं का किया जाता है। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं का 3 से 4 महीना तक गोदभराई किया जाता है। इसके साथ ही गर्भावस्था की पूर्ण रूप से देखभाल करते हुए समयानुसार चार जांच एवं संपूर्ण आहार, हरी साग सब्जी, 2 बच्चों में अंतराल जैसी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। गर्भवती महिलाओं को समय पर आयरन और कैल्शियम की गोली का पूरा डोज लेने के साथ उससे होने वाले फायदे के बारे में जानकारी दिया गया। इसके साथ ही प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 8 अगस्त तक विश्व स्तनपान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। विश्व स्तनपान दिवस के तहत विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर मौजूद लाभुकों को बच्चे के जन्म के एक घण्टे के अंदर मां का दूध अवश्य पिलाने का सलाह दिया गया। मां का पहला दूध पहला टीका का कार्य करता है तथा पर्याप्त ऊर्जा और पोषक तत्व प्रदान करता है। जिससे बीमारी और कुपोषण, कैंसर जैसे खतरनाक बीमारी से भी बचाता है। घर के सभी सदस्यों को माता का सहयोग के साथ घर में खुशनुमा माहौल बनाए रखना चाहिए। इस संबंध में प्रभारी सीडीपीओ शशि कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आईसीडीएस की तरफ से विभिन्न प्रकार की योजनाएं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के अलावे अन्य कई योजनाएं संचालित है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत प्रथम गर्भवती महिला को दो किस्तों में कुल 5 हजार एवं दूसरी बार गर्भवती होने के उपरांत संतान के रूप में पुत्री होने पर एक मुश्त में कुल 6 हजार रुपए का भुगतान गर्भवती महिला के खाते में दिया जाता है। योग्य लाभुकों को अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र की सेविका से संपर्क कर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। प्रभारी सीडीपीओ शशी कुमारी के द्वारा प्रखंड क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या इशरपुरा 60 एवं 152, आंगनबाड़ी केंद्र संख्या रौनी कोड संख्या 59, आंगनबाड़ी केंद्र संख्या खैराभुन्दर मुसहर टोला कोड संख्या 132 का गोदभराई के दौरान निरीक्षण भी किया गया। मौके पर महिला पर्यवेक्षिका कुसुम कुमारी के अलावे सभी आंगनवाड़ी केंद्रों की सेविकाएं मौजूद थी।