भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का मनाया गया 95 वां स्थापना दिवस l
दिवाकर तिवारी,
रोहतास। कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज द्वारा रविवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर तकनीक दिवस का आयोजन किया गया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद इस वर्ष 95 वां स्थापना दिवस मना रहा है। इसी कार्यक्रम के तहत आज तकनीक दिवस का आयोजन किया गया था तथा यह कार्यक्रम आगे भी 2 दिनों तक जारी रहेगा। कार्यक्रम में कोचस, बिक्रमगंज एवं सूर्यपुरा प्रखंड के 50 किसानों ने भाग लिया। इस दौरान किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र धनगाई के फार्म में नई तकनीक से लगे हुए धान फसल के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। धान की सीधी बुवाई बिना कदवा एवं रोपनी के 17 जून को की गई थी। जिसे देखकर किसान प्रेरित हुए। उन्होंने इसमें खरपतवार निवारण की जानकारी प्राप्त की। केंद्र के द्वारा आम के प्रभेद आम्रपाली, मल्लिका, मालदा वर्मी कंपोस्ट, एजोला, कड़कनाथ मुर्गा प्रजाति, मत्स्य बीज, मशरूम बीज इत्यादि तकनीक किसानों हेतु उचित मूल्य पर उपलब्ध है। कृषि यंत्र कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा भी भाड़े पर इस्तेमाल हेतु दिए जाते हैं, जैसे हैप्पी सीडर, कंबाइन हार्वेस्टर, ट्रैक्टर चालित स्प्रेयर इत्यादि। कार्यक्रम में उपस्थित प्रोफेसर एवं प्रधान डॉ शोभा रानी ने किसानों को फसल विविधीकरण एवं कृषि में फसल के अलावे पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यान इत्यादि कृषि कार्यों को करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने केंद्र द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं मोटे अनाज के ऊपर चलाए जा रहे प्रत्यक्षण कार्यक्रम की जानकारी कृषकों को दी। आर के जलज मत्स्य वैज्ञानिक ने मत्स्य पालन एवं मुर्गी पालन में उपलब्ध सरकारी योजनाओं की जानकारी किसानों को दी। उद्यान वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार ने सभी कृषकों को फार्म में उपलब्ध तकनीकों की विस्तृत जानकारी मुहैया कराया एवं फलदार पौधे तैयार करने की विधि की जानकार दी। कृषकों में अशोक कुमार, आशुतोष सिंह, महेंद्र चौबे, सर्वेश पटेल, प्रियंका देवी, कुंती देवी, राजमुनि कुंवर, रंभा कुमारी सहित अन्य किसान व कर्मी उपस्थित थे ।