नल जल योजना ने बिगाड़ी शहर की सूरत, सड़क व गलियों की दुर्दशा से लोग परेशान ll

दिवाकर तिवारी,

रोहतास। बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में शामिल नल-जल योजना सासाराम शहरवासियों के लिए अब जी का जंजाल बन गई है। हालांकि शुरुआत में इस योजना के आने से लोगों को काफी उम्मीद जगी थी तथा ऐसा प्रतीत हो रहा था कि अब पुराने पाइपलाइन से हो रहे गंदे जलापूर्ति से लोगों को जल्द छुटकारा मिल जाएगा। लेकिन इसके उलट नल जल योजना शहरवासियों के लिए अब परेशानी का सबब बन गया है। शहर की सड़कें व गलियां ऐसी हो गई है कि लोगों का पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है। कहीं पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़कों को खोदकर आधा अधूरा छोड़ दिया गया है तो कहीं पाइप लाइन बिछाने के बाद सड़कों की मरम्मती भी नहीं की गई है। नतीजतन सड़कों पर वाहन लेकर चलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। शहर के अधिकांश वार्डों में कमोबेश यही स्थिति है। लोगों की माने तो शहर के कई वार्डों में पीसीसी ढलाई को बुरी तरह तोड़ दिया गया है तथा पाइपलाइन बिछाने के बावजूद भी घरों तक कनेक्शन नहीं दिया गया है। वहीं कुछ वार्डों में लोगों को कनेक्शन तो दिया है लेकिन सड़क व गलियों की मरम्मती नहीं की गई है। जिससे आए दिन स्कूली बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग हल्की-फुल्की दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढों के कारण शहर की नालियां भी जगह जगह मिट्टी से भर गई है। जिससे जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो रही है। शहर के नूरनगंज, चौखंडी पथ, खिलनगंज, नेवाटी टोला सहित कई इलाकों में स्थिति और भी भयावह है तथा गलियों की मरम्मती नहीं होने से लोग नालियों के गंदे पानी से होकर जाने को मजबूर है। लोगों का आरोप है कि सड़कों की मरम्मती एवं जानलेवा गड्ढों को लेकर कई बार मौखिक रूप से संबंधित पदाधिकारियों से शिकायत की गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती तथा सड़कों व गलियों की मरम्मती के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। जिन घरों में नल जल योजना के तहत कनेक्शन दिया गया है। उससे भी सुचारू रूप से जलापूर्ति नहीं की जा रही है जिसके कारण लोग पुराने पाइपलाइन के सहारे हीं अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं। जिससे अक्सर गंदे पेयजल आपूर्ति की शिकायतें मिलती रहती है। वहीं लोगों का कहना है कि बड़े-बड़े वादे करने वाले जनप्रतिनिधि भी अब लोगों की समस्याओं से कन्नी काट रहे हैं। जिससे हम शहरवासी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। गौरतलब हो कि जिले में अब मानसून ने भी अपनी दस्तक दे दी है। जिससे शहर में जलजमाव की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। हल्की बारिश में हीं शहर के अधिकांश इलाके जलमग्न हो जाते हैं। ऐसे में नल जल योजना के तहत खोदे गए सड़कों व गलियों में मिट्टी दबने की संभावना प्रबल हो गई है। जिन इलाकों में पाइप लाइन बिछाने के बाद सिर्फ मिट्टी भर कर सड़कों को छोड़ दिया गया है उन इलाकों में लोग जलजमाव होने के बाद घरों से डर डरकर निकलते हैं तथा सरकार को कोसते रहते हैं। देखा जाए तो सरकार के अधिकारी हीं सरकारी योजनाओं का बंटाधार करने में जुटे हुए हैं। जिससे लोगों का सरकार के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है।