सत्य व्यक्ति को परेशान किया जा सकता, पराजित नहीं-रंगनाथाचार्य
विश्वनाथ आनंद।
टिकारी (गया) – गया जिला के टेकारी अनुमंडल स्थित रामेश्वर बाग स्थित दिव्य चातुर्मास व्रतानुष्ठान सह श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में गीता पाठ प्रवचन के दौरान श्री वैष्णव सिद्धपीठ आश्रम नरहट पीठाधीश्वर स्वामी रंगनाथाचार्य जी महाराज ने उपस्थित लोगो को सत्य की शक्ति से परिचित कराते हुए प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि धर्म का प्रमुख स्तंभ सत्य है. प्राचीन काल से ही धार्मिक आयोजनों में विघ्न पैदा होता रहा है,लेकिन जीत हमेशा धर्म की होती है.सत्य परेशान हो सकता है,लेकिन पराजित नही हो सकता है.तीन दिन पूर्व रात्रि में स्वामी जी के ऊपर जानलेवा हमला हुआ था,लेकिन स्वामी जी अपने स्वास्थ्य की चिंता
करते हुए सनातन धर्म की रक्षा हेतु प्रवचन कार्य जारी रखा। उन्होंने कहा कि मारने वाला से बचाने वाला हमेशा बड़ा होता है। धर्म की रक्षा के लिए भगवान ने मेरी जान बचाई है। यज्ञ की राह में आ रही विघ्नों को भगवान दूर करेंगे.आज सुबह से स्वामी जी के स्वास्थ्य की जानकारी के लिए दिनभर भक्तों की कतार लगी रही.अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गुलशन कुमार ने यज्ञ स्थल आकर स्वामी जी की घटना की जानकारी लिया,एवं उनके सुरक्षा का भरोसा दिलाया। समाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर ने घटना की निंदा किया है,एवं प्रशासन से यज्ञ स्थल पर सुरक्षाबलों की तैनाती की मांग किया है।
आज के कार्यक्रम में हिमांशु शेखर, धर्मवीर कुमार (बुलबुल जी),डॉ राजीव रंजन,नीरज कुमार,अमित प्रकाश, सुनील कुमार सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. इस यज्ञ में कुसाप, टेपा, महमदपुर,खनेटु, पंचानपुर आदि गांव से भक्तगण उपस्थित रहे.