आसमा से सम्बन्धित कार्यों का समीक्षा किया जायेगा एवं सुधार हेतु कदम उठाये जायेंगे
धीरज ।
गया।जिला पदाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम द्वारा बोधगया प्रखंड के ईलरा पंचायत के आंगनवाड़ी केंद्र पर आसमा परियोजना के निरिक्षण हेतु भ्रमण किया गया है। भ्रमण के दौरान आंगनवाड़ी केंद्र पर उपस्थित गर्भवती महिलाओं से संवाद किया एवं उनका परियोजना से संबंधित जानकारी प्राप्त किये। उसके बाद जिला पदाधिकारी ने सभी लाभार्थियों को सम्बोधित किया है जिसमें उन्होंने एनीमिया से बचाव, आयरन की गोली प्रतिदिन सेवन एवं केंद्र पर आ कर प्रतिदिन पोष्टीक आयरन युक्त भोजन करने हेतु प्रेरित किया गया है।
भ्रमण के दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा आसमा परियोजना को सुदृढ़ करने हेतु स्वास्थय, आई.सी.डी.एस. एवं जीविका के सम्बन्धित अधिकारियों को कई निर्देश दिया गया है।
जीविका -. जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका को निदेशित किया गया की आसमा परियोजना के तहत जहाँ – जहाँ गर्भवती महिलाओँ को भोजन कराया जा रहा है उस केंद्र पर जीविका प्रतिदिन लाभार्थियों की उपस्थिति रजिस्टर में बनाएगी तथा सेविका से सत्यापित कराएगी। प्रतिदिन जितना लाभार्थी भोजन करेंगी उसी के अनुसार भुगतान किया जायेगा। जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका को निदेशित किया गया की कोंच प्रखंड में आसमा परियोजना के तहत अविलम्ब भोजन तैयार करने की प्रक्रिया प्रांरभ किया जाये। जिस आँगनवाड़ी केंद्र पर जिस दिन से परियोजना की शुरुआत की जाएगी उस दिन से नियमित रूप से 100 दिन तक कार्यक्रम चलता रहेगा।।जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका को निदेशित किया गया की तीनो प्रखंड में भ्रमण कर कार्यक्रम से सम्बन्धित अड़चनों को यथाशीघ्र दूर करे।
जिलाधिकारी ने डीपीओ आई.सी.डी.एस को निर्देश दिया कि -जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आई.सी.डी.एस को निदेशित किया गया की आसमा परियोजना के तहत जहाँ जहाँ गर्भवती महिलाओँ को भोजन कराया जा रहा है उस केंद्र पर जीविका प्रतिदिन लाभार्थियों की उपस्थिति रजिस्टर में बनाएगी तथा सेविका रजिस्टर पर प्रतिदिन काउंटर हस्ताक्षर करेंगी । जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आई.सी.डी.एस को निदेशित किया गया की अगर जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक के द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र स्तर से सत्यापित लाभार्थिओं की सूचि को प्रखंड स्तर से उनके द्वारा सत्यापित प्रति प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को भेजते है तभी भुगतान की प्रक्रिया की जाएगी।
स्वास्थ विभाग –
सिविल सर्जन एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक को निदेशित किया गया की आशा तथा आँगनवाड़ी सेविका की जबाबदेही होगी की प्रतिदिन भोजन उपरान्त गर्भवती महिलाओं को आयरन की एक गोली अपने सामने खिलाये एवं ट्रैकिंग कार्ड पर अंकित करना सुनिश्चित करे। ए.एन.एम की जबाबदेही होगी की हर १५ दिन पर प्रत्येक गर्भवती महिलाओं का वजन एवं HB जाँच करना एवं कार्ड पर संधारित करना सुनिश्चित करेंगी | जिस गर्भवती का HB 7 gm /dl से काम होगा उन्हें तुरंत समुदायिक स्वास्थ केंद्र पर रेफेर करना सुनिश्चित करेंगी। ऐसे गर्भवती महिलाओं को आयरन सुक्रोस दिया जायेगा जिससे ससमय एनीमिया की रोक थाम किया जा सके।आसमा परियोजना के तहत जिस जिस आंगनवाड़ी केन्द्रो पर चलाया जा रहा है उन केन्द्रो पर आयरन गोली की समुचित मात्रा में उपलब्धता ए.एन.एम. एवं प्रखंड स्वास्थ प्रबंधक की होगी।
जो 500 गर्भवती का सूचि तैयार की गयी है, वही सूचि पुरे कार्यक्रम के दौरान यथावत रहेगा।जिला पदाधिकारी के द्वारा निदेशित किया गया की जिला स्तर पर मॉनिटरिंग कमिटी बनाया जाये जो प्रखंड भ्रमण करे परियोजना से सम्बन्धित कार्यों का अनुश्रवण करे। प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को सभी विभागों के साथ बैठक प्रस्तावित रहेगा जिसमें आसमा से सम्बन्धित कार्यों का समीक्षा किया जायेगा एवं सुधार हेतु कदम उठाये जायेगे।