गया जिला का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड,3 लोगों की मौत
मनोज कुमार ।
दक्षिण बिहार के जिले मे भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है. कई जिलों में हीटवेव जैसी स्थिति है और इसको लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. शनिवार को गया जिला का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है और अगले 5 दिनों तक जिले के लोगों को गर्मी से राहत मिलते नहीं दिख रही है. 23 जुन तक जिले मे भीषण गर्मी पड़ने वाली है. हिट वेब के कारण जिले में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बने हीटस्ट्रोक वार्ड में शनिवार की शाम तक 52 मरीज भर्ती हो चुके हैं. हीट स्ट्रोक के कारण 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
गया के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है शुक्रवार को 16 मरीज भर्ती हुए थे जबकि शनिवार की देर शाम तक मरीजों की संख्या 52 तक पहुंच गई है. 14 जून को बिपार्ड में कार्य कर रहे मजदूर तथा एक कोच के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 15 जून को हीटवेव से मरीज की मृत्यु हुई है. इन्हें काफी तेज बुखार देखी गयी थी. इसके अलावा अन्य कोई हीटवेव से मृत्यु नहीं हुई है.
हीट वेब से निपटने के लिए जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी अलर्ट मोड में रखा गया है. गया के डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और अस्पताल के अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं बता दें कि मेडिकल कॉलेज में हीटवेव से आने वाले मरीजों के लिए बेड को आरक्षित रखा गया है. पर्याप्त दावा, आइस पैक, वाटर कूलर इत्यादि सभी व्यवस्था को रखा गया है ताकि इलाज में कोई कमी ना हो. सभी स्वास्थ्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने मुख्यालय में लगातार बने रहें ताकि मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सके. सभी एंबुलेंस में भी आइस पैक ओआरएस पेरासिटामोल इत्यादि दवा रखी गई है. हर पंचायत में दो-दो अलग से एंबुलेंस भी चिन्हित रखा गया है ताकि किसी टोले में किसी व्यक्ति की अचानक तबीयत खराब होने पर उसे तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जा सके.
मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ प्रो प्रकाश सिंह ने बताया कि हीट स्ट्रोक वार्ड में 48 बेड इन मरीजों के लिए पूरी व्यवस्था के साथ सुरक्षित रखा गया है. शुक्रवार तक 16 मरीज भर्ती हुए थे जबकि शनिवार की देर शाम तक कुल 52 मरीज भर्ती हो चुके हैं जिसमें 30 मरीज इलाज रत हैं जबकि 5 मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है वहीं 16 मरीज को दूसरे विभाग में शिफ्ट किया गया है. इन्होंने बताया कि लोगों में अफवाह ना फैले और लोग पैनिक न हो इसके लिए बुलेटिन जारी किया जा रहा है.