ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा मगध मेडिकल अस्पताल के हीट वेब वार्ड का जायजा लिया

मनोज कुमार ।

गया, ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा मगध मेडिकल अस्पताल के हीट वेब वार्ड का जायजा लिया गया, उक्त वार्ड में 16 मरीज भर्ती हैं। जिन्हें समुचित इलाज किया जा रहा है।
निरीक्षण के क्रम में बाहर बैठे मरीजो के परिजन से जानकारी लिया कि कैसे कैसे मरीज बीमार हुए उनके क्या सिम्टम्स पाई गई। डीएम ने अधीक्षक मगध मेडिकल को निर्देश दिया कि परिजन को बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था का इंतजाम करें ताकि इन्हें भी लू की चपेट से बचाया जा सके।
जिला पदाधिकारी में वार्ड में भर्ती विभिन्न मरीजों से जाकर उनसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लिया। जिला पदाधिकारी ने अधीक्षक को निर्देश दिया कि वार्ड बॉय की संख्या को और बढ़ावे। अगले 3 दिनों तक वार्ड अटेंडेंट, चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ की पूरी मुस्तैदी रखें। तीन शिफ्ट में रोस्टर बनाकर नर्स डॉक्टर तथा अन्य संबंधित को तैनात रखें। आइस पैक की कोई कमी ना हो इसे सुनिश्चित कराएं।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि हीटवेव वार्ड का आज पदाधिकारियों तथा मगध मेडिकल के अधीक्षक, प्रिंसिपल तथा अन्य चिकित्सकों के साथ निरीक्षण किया गया है। आज की तिथि में उक्त वार्ड में कुल 16 मरीज इलाजरत हैं। उसमें कुछ लोग हीटवेव से संबंधित नहीं है, इसके बाद भी उन्हें इलाज दिया जा रहा है। इलाज अच्छे ढंग से कराया जा रहा है। हीटवेव के संबंध में उन्होंने कहा कि आने वाले सभी एक- एक मामला/ केस को अधीक्षक तथा प्रिंसिपल के स्तर से समीक्षा की जा रही है। अधीक्षक मगध मेडिकल का कहना है कि अभी तक हीटवेव से अलग-अलग तिथियों में कुल 2 लोगों की मृत्यु हुई है, जिसमें 14 जून को बिपार्ड में कार्य कर रहे मजदूर तथा एक कोच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 15 जून को हीटवेव से मरीज की मृत्यु हुई है। इन्हें काफी तेज बुखार देखी गयी थी। इसके अलावा अन्य कोई हीटवेव से मृत्यु नहीं हुई है।
जिला पदाधिकारी ने पुनः गया जिला वासियों से अपील किया है कि अगले दो-तीन दिनों तक हीटवेव का पूर्वानुमान है। लोग पूरी तरह अपने सेहद का ध्यान रखें। लोगों तक हीटवेव से संबंधित सभी जानकारियां सोशल मीडिया के माध्यम के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करवाया जा रहा है। ज़िले के सभी कस्बा/ गांव-गांव में हीट वेब से कैसे बचा जा सके, हीट वेब होने पर कैसे त्वरित उपचार हो, क्या करे क्या ना करे आदि संबंधित व्यापक माइकिंग भी करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले कीच दिनों तक यथा संभव सुबह 10 से शाम 04 बजे तक घर से बाहर न निकले, लोगों को यदि अत्यंत आवश्यक है तभी बाहर निकले। गांव-गांव तक हीटवेव से बचाव हेतु क्या करें क्या ना करें से संबंधित पर्चा/ पंपलेट भी बांटा गया है ताकि लोग जानकार एवं सगज रहे। पंपलेट को पढ़कर के लोग जागरूक बने और अपने आस पास के लोगो को बतावे। जनप्रतिनिधियों को भी हीटवेव से बचाव के लिए ट्रेनिंग दिया गया है। उन्हें भी दायित्व दिया गया है कि अपने क्षेत्र के लोगों को हीट वेव से बचाव की जानकारी देते रहे।
सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी अलर्ट मोड में रखा गया है। हीटवेव से आने वाले मरीजों के लिए बेड को आरक्षित रखा गया है। पर्याप्त दावा, आइस पैक, वाटर कूलर इत्यादि सभी व्यवस्था को रखा गया है ताकि इलाज में कोई कमी ना हो। सभी तमाम स्वास्थ्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने मुख्यालय में लगातार बने रहें ताकि मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सके। सभी एंबुलेंस में भी आइस पैक ओआरएस पेरासिटामोल इत्यादि दवा रखी गई है। हर पंचायत में दो-दो अलग से एंबुलेंस भी चिन्हित रखा गया है ताकि किसी टोले में किसी व्यक्ति की अचानक तबीयत खराब होने पर उसे तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जा सके। उन्होंने तमाम पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी व्यवस्था को पूरी तरह से दुरुस्त रखें। कहीं से भी कोई हीटवेव के मरीज आने पर उसे तुरंत रिस्पॉन्ड करते हुए इलाज करें। आने वाला 7 से 10 दिन चुनौतीपूर्ण भरा रहेगा। सभी स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी/ कर्मी पूरी मुस्तैदी से अलर्ट मोड में रहकर कार्य करें।
जिला पदाधिकारी ने हीट वेब से पीड़ित मरीजों को कैसे उपचार किया जाता है मरीज को पहले कहां लाया जाएगा तथा क्या-क्या एस० ओ० पी० पालन कराया जाएगा, इसका पूरी जानकारी लिया।

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