ग्रामीणों ने टोल टैक्स वसूली को बताया अवैध,एनएचएआई के नियम के खिलाफ
संतोष कुमार ।
प्रखण्ड क्षेत्र के करिगांव में टोल प्लाजा पर टैक्स वसूली के खिलाफ स्थानीय लोगों समेत वाहन मालिक जमकर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।
रजौली-बख्तियारपुर फोरलेन एनएच 20 पर करिगांव में नवनिर्मित टोल प्लाजा पर 5 जून से टोल टैक्स की वसूली शुरू हुई है।जिसके दो दिन के बाद से ही विवाद गहराने लगा है।स्थानीय वाहन स्वामियों व ग्रामीणों के द्वारा अक्सर टोल प्लाजा के पास तू-तू व मैं-मैं होना शुरू हो गया है।स्थानीय लोगों का कहना है कि फोरलेन की सड़कें पूरी तरह से बनी नहीं हैं,लेकिन टैक्स लेना शुरू कर दिया गया है,जो कि अवैध है।स्थानीय लोगों ने एनएचएआई के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि ऐसा नियम है कि जब तक फोरलेन की शुरुआत नहीं होती,तबतक टोल टैक्स वसूली नहीं किया जा सकता।यहां अवैध तरीके से बिना सड़क का निर्माण किए टोल टैक्स वसूले जा रहे हैं,जो अवैध है।इनका स्पष्ट कहना है कि जब तक फोरलेन पूरी तरह से तैयार नहीं हो जाए तब तक टोल टैक्स को बंद रखा जाए या फिर स्थानीय लोगों के लिए टोल प्लाजा फ्री की जाए।इसके लिए लोगों ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहते हैं कि अगर स्थानीय लोगों को सहूलियत प्रदान नहीं की जाएगी तो उग्र धरना प्रदर्शन किया जाएगा।जन जागृती फाउंडेशन के लोगों ने कहा कि सड़क निर्माण अधूरी है और लोगों से टोल टैक्स की वसूली की जाने लगी है,यह लूट नहीं तो और क्या है।अर्द्धनिर्मित सड़क के कारण लोग हिचकोले एवं धूल सनी हवा फांकते हुए सफर करने को मजबूर है।जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी में दर्द के अलावे कई प्रकार के गम्भीर बीमारी होने का खतरा बना रहता है।ऐसे में टोल प्लाजा पर टैक्स वसूली करना सरासर लूट है।वहीं ग्रामीण पंकज कुमार,राहुल अठघरा,बीरेंद्र प्रसाद,राजेश यादव आदि ने कहा कि स्थानीय लोगों से टोल टैक्स लेना बंद किया जाना चाहिए अन्यथा वे आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे।प्रखंड क्षेत्र के गांव में रहने वाले लोगों को अक्सर प्रखंड ऑफिस,अनुमंडल कार्यालय समेत अन्य कार्यालयों में जाना पड़ता है,ऐसे में उन्हें फिजूल में अपने निजी काम के लिए भी टोल टैक्स देना पड़ रहा है।इसी प्रकार करीगांव में स्थित स्कूल में बच्चों को छोड़ने के लिए जाने वाले अभिभावकों पर भी टोल टैक्स की मार पड़ रही है।हालात यह है कि स्थानीय लोग जब भी अपने वाहन लेकर गुजरते हैं तो उनसे टोल टैक्स मांगा जाता है और झगड़े की स्थिति उत्पन्न होती है।
फोरलेन सड़क किनारे नहीं बनीं है सर्विस लेन
टोल प्लाजा से महज दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित फोरलेन के किनारे गांव सिमरकोल में घनी आबादी के बावजूद सर्विस लेन का निर्माण निर्माण नहीं कराया गया है।जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है।सम्राट होटल से लेकर धनार्जय नदी तक पुल तो बना दिया गया।लेकिन सर्विस लेन का निर्माण कार्य अधुरा है।जिससे दर्जनों गांव के लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा।सिर्फ इतना हीं नहीं सड़क किनारे स्थित कपील देव पेट्रोल पंप भी बंद होने के कगार पर पहुंच गया है।क्योंकि साइड लेन निर्माण नहीं होने से कोई वाहन पेट्रोल वाहन तेल लेने के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं।इसी प्रकार फोरलेन सड़क को जोड़ने वाली ग्रामीण सड़कों के मुहानो को नहीं बनाया गया है।डिवाइडरों को भी खुला हुआ छोड़ दिया गया है, जिसके कारण सड़कों पर दुर्घटनाएं होनी आम बात हो गई है।
समाजसेवी ने डीएम व एसडीएम को दिया पत्र
समाजसेवी सुरेन्द्र राजवंशी ने जिलाधिकारी नवादा व एसडीएम रजौली को लिखित आवेदन देकर बताया कि अन्य जगहों पर टोल प्लाजा को पार करने के लिए कोई टैक्स आदि नहीं लिया जाता है।बल्कि टोल प्लाजा के किनारे अवस्थित लेन से निःशुल्क आने-जाने की सुविधा होती है।समाजसेवी ने टोल प्लाजा पर वसूले जा रहे टैक्स को लेकर उत्पन्न लोगों की समस्याओं का समाधान करने व लोगों का हो रहा आर्थिक दोहन से बचाव हेतु उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही है।
क्या कहते हैं टोल प्लाजा अधिकारी
टोल प्लाजा हेड कृष्ण मोहन मिश्रा ने बताया कि भारत सरकार के गजट के अनुसार टोल प्लाजा पर निर्धारित दर से टैक्स वसूली की जा रही है।वहीं उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन फोरलेन सड़क पर तीन फेज पर टोल प्लाजा बनना है।रजौली के करीगांव स्थित टोल प्लाजा पहले फेज में आता है।जिसपर बीते 5 जून से टोल टैक्स की वसूली की जा रही है।