पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आज कुल टोटल 34 मामलों में से 10 मामला निष्पादित किया

एस के राजीव ।

पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आज कुल टोटल 34 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें से 10मामला निष्पादित किया गया 6परिवार को समझा-बुझाकर मिला दिया गया 4 की समझने के लिए तैयार नहीं हुए उन्हें थाना अथवा न्यायालय की शरण लेने का सुझाव दिया गया मामला को निष्पादित करने में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के संयोजिका सह महिला थाना अध्यक्ष किरण वाला अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक रविंद्र शाह जीनत रहमान प्रमोद जायसवाल आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
हजूर शादी करने के बाद लड़का मुंबई चला गया एक डेढ़ महीने में कभी भी फोन करके मेरी खोज खबर नहीं लिया जिसके कारण पत्नी रूठ कर मायके चली गई अनेकों बार बीदागीके लिए गया किंतु बीदागी नहीं दिया बादी कहता है कि मेरी पत्नी मेरा फोन नहीं उठाती है मेरी साली मेरा फोन उठाती है पत्नी कहती है पति झूठ करता है फोन करने की बात तो दूर जब सामने रहता है बातचीत नहीं करता यह दो दो पत्नी को छोड़ चुका है कैसे विश्वास करूं केंद्र के समझाने बुझाने पर दोनों सहमत हो गए किंतु जब वादिनी बंधपत्र पर दस्तखत करने लगी समय लड़की का भाई दस्तखत करने से मना कर दिया ऐसा लगा समझौता होते होते रुक गया फिर भी केंद्र के सदस्य संयम से काम लेते हुए दोनों परिवार को बचाने में जी-जान से कोशिश की दोनों परिवार को मिलाने में उन्हें सफलता मिली
रोटा थाना के वार्ड नंबर 2 जोड़ी पति पत्नी जिसके की दहेज प्रताड़ना की समस्या थी उसे भी समझा-बुझाकर मिला दिया गया
भागलपुर जिले के गोपालपुर एवं पूर्णिया जिले के मोहनपुर का एक मामला आया जिसमें मैरिज शिरोमणि हो जाने के पश्चात लड़का पक्ष लड़के की शादी दूसरी जगह करवा दीया तय हुआ की मैरिज शिरोमणी के अवसर पर दिया गया सारा सामान और रुपैया दोनों पक्ष एक दूसरे को अगले शुक्रवार को सुपुर्द कर देंगे अगर ऐसा नहीं हुआ तो कोई भी पक्ष थाना अथवा न्यायालय जाने के लिए स्वतंत्र है ऐसे भी इस केंद्र में पति-पत्नी का मामला सुलझाया जाता है अभी दोनों पति पत्नी बने ही नहीं है इसलिए केंद्र को इस मामले को सुनने का अधिकार ही प्राप्त नहीं है इसलिए बेहतर होगा कि हम मामला न्यायालय से ही सुलझा लें।