पति की मौत के चार दिनों बाद ही विधवा व उसके चार बच्चों को दबंगों ने जबरन किया घर से बाहर
संतोष कुमार ।
थाना क्षेत्र के धमनी गांव में पति के मौत के चार दिन बाद ही विधवा महिला व उसके चार बच्चों को दबंगों ने घर से घसीटकर बाहर कर दिया व घर एवं दुकान में जबरन तालाबंद कर दिया।इस घटना से बेसहारा हुई विधवा महिला एवं उसके बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।वहीं पीड़ित परिजन न्याय के लिए दर-दर ठोकरें खाने को मजबूर हैं।हालांकि इस निर्मम घटना ने ग्रामीणों के दिलों को झकझोर कर रख दिया है।पीड़िता धमनी गांव निवासी स्व सुधीर विश्वकर्मा उर्फ टेम्पू विश्वकर्मा की पत्नी अनिता देवी ने बताई कि उसके पति का देहांत बीते चार दिन पूर्व गया के अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।मृत्यु के बाद शव को पैतृक गांव धमनी लाकर अंतिम संस्कार किया गया है।उन्होंने बताया कि पति के आकस्मिक मौत के बाद वे अपने चार बच्चों के साथ पति के घर में रह रही थी।साथ ही बताई कि उनके बच्चों में 16 वर्षीय बेटी राधा कुमारी,13 वर्षीय बेटा विशाल कुमार,8 वर्षीय बेटा श्याम विश्वकर्मा एवं 3 वर्षीय बेटी रिद्धि कुमारी शामिल है।पीड़िता ने कहा कि शुक्रवार की सुबह गांव के ही आशीष साव,आशीष साव की पत्नी गुड़िया देवी व बेटा अंकित साव व अंशु कुमार के अलावे उसके साढू व साला द्वारा जबरन घसीटते हुए मुझे व मेरे बच्चों को घर से बाहर निकाल दिया गया एवं घर व दुकान में ताला जड़ दिया गया।पीड़िता द्वारा विरोध करने पर कहा कि एक सप्ताह पहले तुम्हारी बड़ी ननद ललिता देवी ने घर समेत तीनों दुकान हमें लिख दी है।इसलिए तुमलोग घर एवं दुकान से बाहर निकाला गया है।घटना को लेकर आसपास के लोग जुट गए एवं कागजात दिखाने की बात सामने आने पर आशीष साव एवं अन्य लोग मुकर गए।ग्रामीणों में संदेह है कि आशीष साव के पास दाखिल खारिज के कोई कागजात नहीं है।वो पीड़िता की बड़ी ननद को पैसों का लालच देकर बिहार सरकार के जमयन पर बने घर व जमीन को हड़पना चाहता है।
क्या है जमीन बेचने की घटना-
ग्रामीण सुदीप कुमार ने बताया कि पीड़ित विधवा महिला के ससुर जमुना मिस्त्री के हिस्से में खाता संख्या 98 के प्लॉट संख्या 833 में 35 डिसमिल जमीन था।साथ ही घर के आगे रहे जमीन प्लॉट संख्या 248 पर ससुर द्वारा छः दुकान व रहने योग्य घर बनाया गया था।जो जमीन बिहार सरकार के नाम है।साथ ही कहा कि जब पीड़िता के ससुर जिंदा थे।तब उन्होंने खाता संख्या 98 के प्लॉट संख्या 833 के सभी 35 डिसमिल जमीन धमनी के रामा यादव,विजय यादव की पत्नी,सुनील साव,सतीश साव एवं सुलेखा देवी के अलावे छतनी गांव निवासी जगदीश यादव के यहां बेच दिया गया था।उन्होंने बताया कि जमीन बेचने के बाद ससुर जमुना मिस्त्री की मृत्यु बीते एक साल पूर्व हो गई।ससुर जमुना मिस्त्री द्वारा बिहार सरकार के जमीन को दो बेटियों ललिता देवी व बबली देवी के नाम आधा-आधा जमीन इस शर्त पर लिखा गया कि पोता विशाल कुमार जब बालिग होगा तब ललिता देवी व बबली देवी अपने नाम किये जमीन को पोते विशाल को वापस लौटा देगी।किन्तु इसी बीच सुधीर विश्वकर्मा के आकस्मिक मृत्यु होने पर पैसों की लालच में बीते एक सप्ताह पूर्व ललिता देवी ने घर समेत तीन दुकान गांव के ही आशीष साव की पत्नी गुड़िया देवी के नाम लिख दी।चूंकि जमीन बिहार सरकार की है तो अंचल कार्यालय से उक्त जमीन का दाखिल खारिज नहीं हो सका है।वहीं सिर्फ जमीन अपने नाम पर करवा लेने के बाद खरीदार आशीष साव अपने आठ-दस गुर्गों के साथ जबरन दुकान व मकान से विधवा समेत उसके चारों बच्चों को बेघर कर दिया है।
क्या कहते हैं अधिकारी-
इस बाबत पर अंचलाधिकारी अनिल प्रसाद ने बताया कि उक्त मामले की जानकारी मिलने पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।हालांकि उन्होंने कहा कि यदि जमीन बिहार सरकार की है।तो दाखिल खारिज नहीं हो पायेगा।
वहीं थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि दूरभाष के माध्यम से मिली सूचना के अलोक में पुलिस बल को घटनास्थल पर भेजा गया है।दोषियों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।