हिंसा मामले में पूर्व विधायक गिरफ्तार, भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष
दिवाकर तिवारी ।
रोहतास। सासाराम में हुए सांप्रदायिक हिंसा मामले में भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद सहित दो लोगों को रोहतास पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी दी गई कि देर रात विधायक के घर पहुंची पुलिस ने विधायक को पूछताछ हेतु हिरासत में लिया है।
इधर सासाराम भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी की चर्चा पूरे शहर में आग की तरह फैल गई तथा विभिन्न सोशल मीडिया पर भी लोगों के कमेंट आने शुरू हो गए हैं। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं सहित आम लोगों में भी इस गिरफ्तारी से काफी रोष है।
रोहतास एसपी विनीत कुमार ने पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद सहित 2 लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से की है। सासाराम में रामनवमी जुलूस के बाद दो पक्षों में हुए फायरिंग एवं पत्थरबाजी मामले में न्यायालय के द्वारा निर्गत वारंट के बाद सासाराम भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद तथा शाहनवाज आलम उर्फ लखानी को गिरफ्तार किया गया है। रोहतास एसपी विनीत कुमार ने अपने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि सासाराम में पिछले दिनों हुई हिंसा मामले में न्यायालय से वारंट निर्गत होने के बाद पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को लश्करीगंज सासाराम से तथा शाहनवाज आलम उर्फ लखानी को मदार दरवाजा से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि सासाराम हिंसा मामले में नगर थाना काण्ड सं0-275 / 23 में अब तक कुल 63 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है एवं 02 अभियुक्तों द्वारा पुलिस दविश के कारण माननीय न्यायालय में आत्मसमर्पण किया गया है। न्यायालय से प्राप्त गैर जमानतीय वारंट का तामिला करते हुए इस काण्ड के दो अप्राथमिकी अभियुक्त मो शाहनवाज आलम उर्फ लखानी एवं जवाहर प्रसाद पूर्व विधायक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत भेजा जा रहा है। साथ हीं इस संबंध में अन्य 12 अभियुक्तों के विरूद्ध आज इश्तेहार का तामिला भी कराया जाएगा। वहीं शेष 38 अभियुक्तों, जिनके विरूद्ध माननीय न्यायालय से गैर जमानतीय वारंट निर्गत है, की गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी की जा रही है। गौरतलब हो कि रामनवमी जुलूस के बाद सासाराम में दो पक्षों में फायरिंग, पत्थरबाजी एवं आगलगी की घटना के बीच बम विस्फोट की घटना हुई थी। जिस दौरान रोहतास जिला में 8 दिनों तक इंटरनेट सेवा बंद किया गया था।
हालांकि सासाराम के भाजपा पूर्व विधायक की गिरफ्तारी की सूचना पर भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम उनके घर पर जमा हुआ है। जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह सहित अन्य वरीय नेता सरकार व पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक की गिरफ्तारी को अनुचित बताया है। उनका कहना है कि पुलिस दंगा रोकने वालों को ही पकड़ रही है इसके उलट दोषियों को पुलिस से संरक्षण प्राप्त हो रहा है। इसको लेकर भाजपा की रणनीति तैयार कर आगे का कार्य किया जाएगा। भाजपा नेता त्रिविक्रम सिंह ने कहा कि विधायक को रात में घर से उठा लेना उचित नहीं है। दंगा के समय पदाधिकारियों के साथ विधायक शांति बहाल करने में जुटे थे लेकिन सरकार उन्हें हीं आरोपित बनार भाजपा नेताओं को बदले की भावना से गिरफ्तार करवा रही है।
इस मामले में पूर्व विधायक की पत्नी ने बताया कि 11:30 से 12:00 के बीच बीते रात में पुलिस घर पहुंची। जहां दरवाजा खटखटाते हुए पूर्व विधायक सहित उनके पुत्र संतोष कुमार को खोजने लगी। लेकिन पूर्व विधायक के पुत्र संतोष कुमार को घर पर नहीं रहने से पुलिस ने पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को बिना जानकारी दिए ही साथ ले गई।