पिता की पुण्यतिथि पर रक्तसेवक बमेंद्र ने रक्तदान करा दी श्रद्धांजलि

विश्वनाथ आनंद ।
-रक्तदान कर सहारा बनें किसी असहाय जरूरतमंद की : बमेंद्र
औरंगाबाद( बिहार )-धन कितना भी हो जाए वो आपको जीवित नहीं रख सकता।याद रखिए आप अमीर हो सकते हैं, अमर नहीं।इसलिए सहारा बने किसी भी असहाय जरूरतमंदों की,
प्यासे को पानी पिलाकर ,भटके को रास्ता दिखाकर, भूखे को खाना खिलाकर और जिंदगी मौत से लड़ रहे मरीज को अपने जिस्म से रक्त का कुछ अंश देकर।उक्त बातें औरंगाबाद कुटुंबा प्रखण्ड के चकूआ निवासी रक्त सेवक बमेंद्र कुमार सिंह ने अपने पिता की दसवीं पुण्यतिथि पर आयोजित रक्तदान शिविर कार्यक्रम के दौरान कहीं।समाजसेवी और पथ प्रदर्शक के संस्थापक सह सचिव बमेंद्र कुमार सिंह के पिता स्व इंद्रदेव सिंह एक रेल अधिकारी थे और अपने जीवनकाल में हमेशा परिवार,रिश्तेदार एवं जरूरतमंदों की सेवा में लगे रहे। बमेन्द्र ने बताया की अपने पिता की प्रेरणा से ही वो समाजसेवा की क्षेत्र से जुड़े और पीड़ित मानवता की सेवा के प्रति अपना जीवन समर्पित कर चुके हैं।पत्नी किरण के साथ बमेन्द्र ने मरणोपरांत नेत्र,किडनी,लिवर दान करने का संकल्प लिए हैं।
रक्त अधिकोष,सदर अस्पताल में आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन ब्लड बैंक के प्रभारी चिकित्सक डॉ रवि रंजन,पथ प्रदर्शक के संस्थापक सह सचिव बमेंद्र कुमार सिंह ,समाजसेविका विजेता पटेल, ब्लड बैंक के रवि कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।अपने संबोधन में डॉ रवि रंजन ने कहा कि रक्तदान के क्षेत्र में बमेन्द्र कुमार सिंह एवं टीम पथ प्रदर्शक का अहम योगदान है।हर अवसर पर इनका प्रयास रहता है जीवनरक्षा के लिए रक्तदान कराने का।खास बीमारी की वजह से खुद असमर्थ हैं रक्तदान करने में परन्तु युवा पीढ़ी को हमेशा रक्तदान के लिए प्रेरित और जागरूक करते हैं।शिविर में विद्या विवेक,संतोष कुमार,रविकांत कुमार,अजय स्वर्णकार,धनंजय कुमार,शाहनवाज आलम,मनोज सोनी,अरुण सिंह सहित कुल दस युवाओं ने स्वैच्छिक रक्तदान किया।