द डिवाइन पब्लिक स्कूल के बच्चों ने हिंदी ओलंपियड में लहराया परचम

चंद्रमोहन चौधरी ।
बिक्रमगंज। साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन के तहत आयोजित हिंदी ओलंपियाड की परीक्षा में द डिवाइन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने अभूतपूर्व कीर्तिमान स्थापित किया है। कक्षा सातवीं के छात्र पंकज केशरी ने हिंदी ओलंपियाड की परीक्षा में 100 प्रतिशत अंक लाकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया। पंकज के साथ ही कक्षा सातवीं के ही छात्र आदित्य कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस प्रकार विगत कई वर्षों से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान लाने का सपना साकार हुआ।कुल 48 विद्यार्थियों ने 90 या 90 से ज्यादा प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इंटरनेशनल लेवल पर टॉप 10 में जगह बनाने वाले अन्य विद्यार्थियों में कक्षा सातवीं के छात्र सत्यम कुमार पांडेय (रैंक 5) कक्षा आठ की छात्रा यशोदा कुमारी (रैंक 6) कक्षा तीन की वैष्णवी सिंह (रैंक 7) कक्षा 4 के प्रिंस कुमार (रैंक 7) कक्षा 4 की नैंसी सिन्हा (रैंक 7) कक्षा 7 के सार्थक सिंह और नेहा कुमारी (रैंक 8) कक्षा 8 की रुचि कुमारी(रैंक 8)तथा अंजली कुमारी (रैंक 9) कक्षा 4 से नंदिनी कुमारी, श्रेया मिश्रा तथा सुग्रीव कुमार ने (रैंक 10) प्राप्त किया।

सभी सफल विद्यार्थियों को विद्यालय की प्रातःकालीन सभा में सम्मानित किया गया।अपने संबोधन में द डिवाइन के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने कहा कि सत्र 2012-13 से हमलोग लगातार ओलंपियाड का फॉर्म भरवा रहे हैं। इस परीक्षा के कारण विद्यार्थियों की प्रतिभा में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। आज पंकज केशरी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान लाकर विद्यालय के सपने को साकार किया है।पंकज के जीवन के संघर्ष और पढ़ाई के प्रति उसके जुनून को भी उन्होंने साझा किया। विदित हो कि पंकज वह बालक है जिसने दुर्भाग्यवश माँ की कोख में रहते हुए पिता को खो दिया तथा जन्म लेते ही माता ने त्याग दिया। बाद में डिवाइन के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने अनाथों को निःशुल्क शिक्षित करने की अपनी मुहिम के तहत पंकज का नामांकन अपने विद्यालय में करवाया। आज पंकज अपनी प्रतिभा से सबकों चकित कर रहा है। विद्यालय परिसर में उत्साहपूर्ण माहौल रहा।