स्कूल खुलते हीं प्रचंड गर्मी में बच्चों को बिमार होने का खतरा बढ़ा,परिजनों में चिंता
संतोष कुमार।
प्रखण्ड क्षेत्र में भीषण गर्मी के साथ हीट वेव में दिनों-दिन बढ़ोतरी देखी जा रही है।इस दौरान विद्यालयों के खुलने से प्रचंड गर्मी में बच्चों के बीमार होने का खतरा बढ़ गया है।वहीं परिजन भी बच्चों को स्कूल भेजने से कतराते दिख रहे हैं।परिजनों ने कहा कि अधिकांश सरकारी विद्यालयों में बिजली एवं पानी की अनियमितता है।वहीं स्कूलों में बिजली रहने के बावजूद लो वोल्टेज की समस्या भी देखने को मिलती है।साथ ही कक्षाओं में एक या दो पंखे लगे होते हैं और बच्चों की संख्या अधिक रहने से पंखे भी निरर्थक साबित हो रहे हैं।वहीं सुबह से ही गर्मी इतनी ज्यादा होती है कि बाहर का तापमान 40℃ से लेकर 44℃ तक होता है।ऐसी स्थिति में बच्चे कक्षा में पढ़ते कम और हाथों में कॉपी एवं किताब लेकर खुद को गर्मी से राहत दिलाने में लगे रहते हैं।वहीं बच्चों के साथ-साथ शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का भी हाल-बेहाल रहता है।वे सरकार द्वारा प्राप्त निर्देशों का पालन करने में जुटे हैं।वहीं बच्चों के तबियत बिगड़ने का डर शिक्षकों को हमेशा सताते रहता है।इससे पूर्व भी जब विद्यालय खुले हुए थे,तो प्रत्येक दिन विभिन्न स्कूलों में पढ़ाई कर रहे बच्चों की तबियत बिगड़ी थी।जिसको लेकर बच्चों का इलाज ग्रामीण चिकित्सक एवं अस्पताल में तैनात चिकित्सकों द्वारा करवाया गया था।मौसम विभाग बिहार द्वारा बताया जा रहा है कि 10 जून से लेकर 14 तक दक्षिणी बिहार के अधिकांश जिलों में हीट वेव चरम सीमा पर रहने की प्रबल उम्मीद है।जिसको लेकर आम लोगों को सलाह भी दिया जा रहा है कि जरूरत हो तभी घर से बाहर निकलें अन्यथा बेवजह लू लगने से बीमार पड़ सकते हैं।लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने,हल्के कपड़े पहनने एवं ज्यादा शारीरिक श्रम नहीं करने की सलाह दी गई है।वहीं उच्च प्रोटीन वाले भोजन,बासी भोजन, चाय,कॉफी एवं शराब आदि के सेवन करने से मना भी किया जा रहा है।