समाहरणालय में सर्वजन दवा सेवन को लेकर समन्वय समिति की बैठक
MANOJ KUMAR.
फाइलेरिया रोधी दवा खाने से नुकसान नहीं, माइक्रोफाइलेरिया होता है नष्ट
मीड—डे मील के बाद ही खिलानी है बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा
गया, 05 फरवरी: फाइलेरियारोधी दवा सेवन से शरीर में मौजूद माइक्रोफाइलेरिया नष्ट होता है. आमतौर पर फाइलेरिया रोधी दवा खाने के बाद किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता है लेकिन वैैसे लोग जिनके अंदर फाइलेरिया के जीवित परजीवी होते हैं, दवा खाने के बाद कुछ प्रतिक्रियाएं जैसे बुखार, सिरदर्द, चक्कर आदि देखा जाता है. दवा सेवन के उपरांत फाइलेरिया परजीवियों के मरने के कारण ये प्रतिक्रिया होती है. इसे एडवर्स ड्रग रिएक्शन या एडीआर कहा जाता है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसी स्थिति में इसकी सूचना आशा, एएनएम या अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को दें.
यह बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने सोमवार को समाहरणालय सभागार जिला समन्वय समिति की बैठक के दौरान कही. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह, सहित डीपीएम नीलेश कुमार,डीवीबीडीसीओ डॉ एमई हक, मगध मेडकल से उपधिक्चक एवं सभी प्रखन्द के एमओअइसी, युनिसेफ़ से संजय कुमार, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ कुणाल, अशोक सिंह, डीआईओ डॉ राजीव अबंष्ट, पीरामल स्वास्थ्य से अभिनव कुमार, पीसीआई से अमरेश कुमार तथा अमित कुमार, सीफार स्टेट कॉर्डिनेटर शिकोह अलबदर व जिला समन्वयक जुलेखा फातिमा एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे.
मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगेगा बूथ:
पावर प्रिजेंटेशन के माध्यम से डॉ एमई हक ने बताया कि राज्य के 38 जिले फाइलेरिया प्रभावित हैं. इनमें गया भी शामिल है. इस वर्ष अल्बेंडाजोल तथा डीईसी के साथ आइवरमेक्टिन दवा भी सेवन कराया जायेगा. अधिक से अधिक लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जा सके इसके लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ओपीडी के समीप एक बूथ लगाया जायेगा. यहां पर फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराने के लिए चिकित्सक व नर्सिंग स्टॉफ मौजूद रहेंगे. जीविका डीपीएम ने कहा कि जीविका दीदी इस पूरे अभियान के संचालन में अपना सहयोग प्रदान करेंगी.
16 प्रखंडों में चलेगा सर्वजन दवा सेवन अभियान:
सिविल सर्जन ने बताया कि जिला में नाइट ब्लड सर्वे किया गया था. 16 प्रखंडों तथा तीन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में माइक्रो फाइलेरिया प्रसार दर एक या एक प्रतिशत से अधिक आया है. ऐसी जगहों पर सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाया जा रहा है.