सड़क हादसे में एक युवक की जान बचाने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान ने मानवता का दिया परिचय.

विश्वनाथ आनंद
औरंगाबाद (बिहार )- औरंगाबाद में सड़क हादसे में एक युवक को जीवन बचाने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान ने मानवता का परिचय दिया है . बताते चलें कि सड़क हादसे की जानकारी औरंगाबाद के युवा सामाजिक कार्यकर्ता शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान को मिली। सल्लू को सिर्फ बस इतनी जानकारी हुई कि सड़क हादसे में कोई युवक घायल हो गया है और एनएचएआई का एंबुलेंस उसे लेकर औरंगाबाद सदर अस्पताल आ रहा है। सल्लू तत्काल सदर अस्पताल पहुंचा। तबतक एंबुलेंस भी सदर अस्पताल पहुंच गया। एंबुलेंस के पहुंचते ही सल्लू मदद में लग गया। एंबुलेंस से उतारने के दौरान ही सल्लू को पता चला कि युवक की मौत हो गई है। युवक को एंबुलेस से उतारते ही सल्लू ने युवक के बैग को अमानत समझते हुए अपने पास सुरक्षित रख लिया और रात में ही युवक के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल के उपाधीक्षक से बात की। उपाधीक्षक ने पोस्टमार्टम का इंतजाम भी करा दिया। इसके बाद सल्लू ने मृतक की पहचान और परिजनों को हादसे की सूचना देने के लिए अपने पास सुरक्षित रखे युवक का बैग खोला। बैग से 58,500 रुपये निकले। साथ ही दो स्मार्ट फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य कागजात मिले। आधार कार्ड और पैन कार्ड से युवक की पहचान कुटुम्बा प्रखंड के रिसियप थाना क्षेत्र के ईटहट- मंगुराही गांव निवासी संजय कुमार सिंह के पुत्र सचिन कुमार सिंह(28) के रूप में हुई।युवक की पहचान होते ही सल्लू ने हादसे की सूचना परिजनों को दी। उधर सूचना मिलते ही परिजन सदर अस्पताल के लिए चले, इधर सल्लू ने औरंगाबाद नगर थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी को फोन कर सूचना दी कि युवक के बैग से 58 हजार पांच सौ रूपये मिले है, जिसे वह उनके पास अमानत के रूप में जमा कर देना चाहता है। यह बात सुनकर थानाध्यक्ष ने कहा कि पैसे को सुरक्षित अपने पास रखें, परिजनों के आने पर सही हकदार की पहचान कर उसी के हाथ से यह रकम वापस करा दी जाएंगी। घंटे भर में परिजन सदर अस्पताल आ गए। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में सल्लू ने पूरी रकम और अन्य सभी सामान परिजनों को सुपुर्द कर अपना कर्तव्य निभाया। परिजनों ने सल्लू की नेकी और ईमानदारी की सराहना भी की।