159 बटालियन सीआरपीएफ के निर्देशानुसार मोटिवेशनल सेमिनार का आयोजन
धीरज गुप्ता l
बोधगया।निगमा मॉनेस्ट्री में 6 बिहार बटालियन एनसीसी के द्वारा 9वीं संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में चल रहे नौवें दिन 159 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट कुमार मयंक के निर्देशानुसार मोटिवेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया है।इस मौके पर 159 बटालियन सीआरपीएफ के सुबेदार मेजर प्रेमशंकर राय ने एनसीसी कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों की वीरता और बलिदान की गौरव गाथा है,जो आज भी बल के जवानों और अधिकारियों को प्रेरित करता है। उन्होनें बताया कि 9 अप्रैल 1965 को गुजरात के कच्छ के रण, सरदार पोस्ट में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ सीआरपीएफ की एक छोटी टुकड़ी सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था। इस टुकड़ी को कमजोर समझकर,पाकिस्तान की फौज ने पोस्ट पर कब्जा करने के इरादे से हमला बोल दिया है। सीआरपीएफ के जवानों ने पोस्ट छोड़ने की बजाय,दुश्मनों को कड़ा जवाब देते हुए पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया।भारतीय जवानों को भारी पड़ता हुआ देख कर,पाकिस्तानी फौज पीठ दिखा कर भाग गई है। पाकिस्तान की फौज को करारा सबक सीखाने में सीआरपीएफ के 9 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। उन्होंने ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में सबसे बड़ा है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के पास रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन (कोबरा) इसके तहत काम कर रहे हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल का जनादेश भारत को दंगों, जातीय हिंसा, उत्तर पूर्व उग्रवाद, वामपंथी उग्रवाद जैसे आंतरिक खतरों से बचाना है।उन्होंने सीआरपीएफ में एनसीसी कैडेट्स एनसीसी प्रमाण पत्रों के छुट के बारे में जानकारी दी। एनसीसी‘सी’ प्रमाणपत्र धारकों को कुल संख्या का अतिरिक्त पांच फीसदी, जबकि ‘बी’ और ‘ए’ प्रमाणपत्र धारकों के लिए बोनस अंक क्रमशः 3 फीसदी और 2 फीसदी मिलती है।इस दौरान एनसीसी कैडेटों ने जोश और उत्साह के साथ तालियों की गड़गड़ाहट से सीआरपीएफ के अधिकारियों का स्वागत किया कार्यक्रम के अंत में 6 बिहार बटालियन के कमांडिंग अफसर कर्नल एमके शुक्ला ने सीआरपीएफ के सूबेदार मेजर को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया है।।इस मौके पर कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एमके शुक्ला, सुबेदार मेजर अमलेन्दु मंडल, सुबेदार संजय शुक्ला, राकेश कुमार, संतोष कुमार, प्रमोद कुमार, सुंदर,नयाब सुबेदार विक्रम,बीएचएम अर्जुन सिंह,सीएचएम रविंदर महेश मनमोहन अजय कानाराम विकास सहित कई पीआई स्टाफ मौजूद थे।