गुरुकुल की तरह केंद्र एवं राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें- रणजीत मिश्रा…

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विश्वनाथ आनंद

गया (बिहार/ झारखंड)- गुरुकुल की तरह केंद्र एवं सभी राज्य सरकार के शिक्षा विभागों में शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए. उक्त जानकारी रंजीत मिश्र ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहीं. उन्होंने आगे कहा कि आज की शिक्षा एवं प्राचीन काल की गुरुकुल की शिक्षा में काफी बदलाव आया है. आज की परिवेश में भी गुरुकुल की तरह सरकार को बच्चों की शिक्षा प्रदान करने की जरूरत है. ताकि हमारी संस्कृति की पहचान बना रहे. उन्होंने आगे कहा कि अपने भतीजी एवं भतीजे की शादी में पहुंचे थे ,जहां भतीजे को यगो पवित्र कार्यक्रम में शामिल हुआ . उन्होंने आगे कहा कि आदर्श रंजन ने गुरुकुल की पढ़ाई के लिए अपने माता नूतन मिश्रा-पिता अरविंद मिश्रा एवं अन्य लोगों से भिक्षाटन किया. बताया जाता है कि आदर्श रंजन झारखंड राज्य के गिद्दी ए तथा गया जिला के टिकारी स्थिति ग्राम- बेनीपुर के स्थाई निवासी है, तथा माता-पिता सरस्वती शिशु मंदिर गिद्दी” ए” के शिक्षक एवं शिक्षिका है. जिन्होंने अपने पुत्र को गुरुकुल में गुरु से दीक्षा लेने के लिए भेजा .जहां माता-पिता एवं अन्य लोगों ने गुरु की दीक्षा के लिए आर्थिक सहयोग देते हुए गुरुकुल में भेजा. गुरुकुल में गुरु ने आदर्श रंजन को दीक्षा दिया. आदर्श रंजन गुरुकुल में रहकर दीक्षा प्राप्त किया. गुरु जी श्री मुरली मिश्र ग्राम बंशी के रहने वाले हैं, जिन्होंने आदर्श रंजन को गुरुकुल की महिमा एवं गुरुकुल की जीवनी पर विस्तार पूर्वक जानकारियां प्रस्तुत किया . इस दौरान गुरु जी ने आदर्श रंजन को जनेउ धारण करने एवं वेदों की जानकारियां भी दिया. मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए रणजीत मिश्र ने आगे कहा कि प्राचीन काल में जिस प्रकार से संस्कार के नियमों का पालन करते हुए एक संस्कार यगो पवित्र संस्कार था, जिसमें किसी भी जातक को यगोपवित्र करवाकर उसे गुरुकुल में दीक्षा के लिए भेजा जाता था. उसी के अनुसरण करते हुए हमारे यहां इस संस्कार का आयोजन किया गया!जिसमें गुरु के समक्ष गुरु से दीक्षा पाने के लिए माता-पिता के बीच भी भिक्षाटन किया एवं परिवार के सभी बड़े जनों ने उन्हें भिक्षा देकर गुरुकुल में शिक्षा पाने के लिए आशीर्वाद प्रदान किया ,जो कि यह परंपरा आज के युवा पीढ़ियो के लिए नई प्रेरणा देगी. उन्होंने आगे कहा कि केंद्र व झारखंड सरकार को भी बच्चों को अच्छा शिक्षा प्रदान करने के लिए गुरुकुल की तरह व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए .कार्यक्रम के दौरान उपस्थित होने वालों में हरिशचंद्र पाठक, गायत्री देवी, नागवंती देवी, बृजदेव मिश्र, अर्जुन मिश्र, शैलेश मिश्र,8 अनिरुद्ध मिश्र, प्रदीप मिश्र ,रणजीत मिश्र, अनुज मिश्र, मनोज मिश्र, मिंकु मिश्र, मयूरेश मिश्र, रानी मिश्रा, वीणा मिश्रा, छाया शंकर मिश्रा, निशा मिश्रा, बबीता मिश्रा, पूनम मिश्रा. गायत्री मिश्रा, नागवंती देवी, गायत्री देवी, दीपा मिश्रा, वसुंधरा मिश्रा, सौम्य रंजन, सहित अन्य लोगों का नाम शामिल है.