कुष्ठ आश्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि विश्व कुष्ठ निवारण दिवस के रूप में मनाया गया
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मनोज कुमार ।
मेयर-पूर्व डिप्टी मेयर, पार्षद व चिकित्सा अधिकारी ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपिता को दी श्रद्धांजलि
कहा- कुष्ठ रोगियों की सेवा ही बापू की सच्ची श्रद्धांजलि
गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीदी दिवस को राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण दिवस के रूप में मनाया गया। बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति के तत्वावधान में गुरुवार को रामशिला रोड स्थित गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान मुख्यातिथि के रूप में नगर निगम के मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, पूर्व डिप्टी मेयर सह सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, सिविल सर्जन राणाराम प्रसाद, चिकित्सा पदाधिकारी संजीव सुमन, समिति के रमेश यादव, पार्षद अनुपमा देवी, जय प्रकाश सिंह यादव, पार्षद प्रतिनिधि जितेन्द्र वर्मा एवं वसीम खान ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
उसे दौरान सिविल सर्जन राणाराम प्रसाद एवं चिकित्सा पदाधिकारी संजीव सुमन ने कुष्ठ रोग छुआछूत नहीं मानने का संकल्प दिलाया।इस समारोह की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार मंडल ने किया। मौके पर मेयर ने बापू के आदर्शों को हमेशा प्रेरणा का स्रोत बताया जो आज भी हमें समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।वहीं पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना था कि देश को कुष्ठ रोग मुक्त राष्ट्र बनाया जाए। वह कुष्ठ रोगियों से घृणा नहीं करते थे और खुद उनके घाव पर महरम पट्टी किया करते थे।
उन्होंने कुष्ठ रोगियों की सेवा ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सच्ची श्रद्धांजलि बताया।
वहीं समिति के अध्यक्ष विनोद मंडल ने कुष्ठ रोगी के हाथ खाना खाकर कुष्ठ रोग छुआछूत नहीं है, यह संदेश लोगों के बीच दिया। उस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 77 वें पुण्यतिथि पर विश्व कुष्ठ निवारण के रूप में एवं कुष्ठ रोग छुआछूत की बीमारी नहीं है, यह संदेश आज से दिन शुरू होकर अगले सात दिनों तक पूरे विश्व मनाया जाता है।
मौके पर दिलीप मंडल, रामशीष यादव, रजक जी, परमानंद सिंह, फुलमतिया देवी, विगन यादव, हिल्लु पाण्डेय सहित अन्य उपस्थित थे।