टीचर्स ऑफ बिहार-द चेंज मेकर्स” समूह का व्यावसायिक शिक्षण समुदाय के क्षेत्र में बढ़ता कदम
● 2019 से बिहार के सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के लिए है प्रेरणास्रोत
● राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) भी कर चुका है टीचर्स ऑफ बिहार की प्रशंसा
विश्वनाथ आनंद
पटना( बिहार)- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी (पीएलसी) को देश में बढ़ावा देने की बात की गई है।देश के सभी राज्यों में व्यावसायिक शिक्षण समुदाय को आगे लाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 प्रतिबद्ध है। विदित हो कि बिहार में प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी सन् 2019 से ही “टीचर्स ऑफ बिहार-द चेंज मेकर्स” के नाम से संचालित है जिसकी नींव पटना जिले के शिक्षक शिव कुमार ने कुछ अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर रखी। हाल ही में इस समूह की सराहना एनसीईआरटी ने भी की है और ऐसी समूह देश के सभी राज्यों मे संचालित हो, इस पर जोर दिया है। टीचर्स ऑफ बिहार का कारवां धीरे-धीरे बढ़ते हुए आज राज्य के लगभग सभी जिलों एवं प्रखण्डों तक पहुंच गया है। इस समूह में एक से बढ़कर एक सरकारी विद्यालय के उत्कृष्ट शिक्षक जुड़े हैं जो निःस्वार्थ भाव से पूरी ईमानदारी, निष्ठा एवं लगन के साथ बिहार के सरकारी विद्यालयों की दशा और दिशा बदलने के लिए कार्य करते हैं।
टीचर्स ऑफ बिहार के प्रदेश मीडिया संयोजक मृत्युंजय ठाकुर एवं प्रदेश प्रवक्ता रंजेश कुमार ने बताया कि यह समूह बिना किसी सरकारी सहायता के बिहार के सरकारी विद्यालयों के शैक्षिक माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में विगत पांच वर्षों से काम कर रहा है। आज स्थिति यह है कि इस समूह के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लाखों शिक्षक जुड़कर अपने विद्यालय में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहें है। साथ ही इस समूह के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने-अपने विद्यालय में कराये जा रहे गतिविधि, नवाचार या अन्य शैक्षणिक कार्य को साझा करते हैं जिसे देखकर अन्य शिक्षक भी प्रेरित होकर अपने विद्यालय में उस नवाचार को लागू करते हैं।यह समूह शिक्षकों के साथ साथ छात्रों की उपलब्धि को बेहतर बनाने की दिशा में भी अग्रणी रूप में काम करता है। इस समूह का मकसद है शिक्षकों को प्रभावी ढंग से सहयोग करने के साथ-साथ छात्रों को बेहतर तरीके से सीखने में मदद करने के लिए संसाधनों को साझा करने का माहौल तैयार करना।
टीचर्स ऑफ बिहार के माॅडरेटर केशव कुमार ने बताया कि बिहार के शिक्षकों और छात्रों के शैक्षिक बेहतरी के उद्देश्य से प्रतिदिन विविध सामग्री जैसे- दिवस ज्ञान, दिवस विशेष, जन्मतिथि एवं पुण्यतिथि विशेष, शिक्षा शब्द कोष, रोचक तथ्य, खेल कॉर्नर एवं सुविचार से संबंधित शैक्षिक सामग्री को ‘दैनिक ज्ञानकोश’ के रूप में संकलित कर प्रदेश के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के साथ साझा किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि टीचर्स ऑफ बिहार द्वारा प्रकाशित “दैनिक ज्ञानकोश” पत्रिका बिहार के शिक्षकों और छात्रों के शैक्षिक बेहतरी के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। इसमें सम्मिलित सामग्री शिक्षकों को उत्कृष्ट शिक्षण में मदद करती है और छात्रों के ज्ञान को व्यापक बनाती है।
टेक्निकल टीम के लीडर शिवेंद्र प्रकाश सुमन ने कहा कि हमारा उद्देश्य यह है कि टीचर्स ऑफ बिहार व्यावसायिक शिक्षण समुदाय के क्षेत्र में एक ऐसा मुकाम हासिल करें जिसकी प्रशंसा न केवल सरकारी विद्यालय के शिक्षक एवं छात्र ही करें बल्कि छात्रों के अभिभावक भी करें।
समूह के संस्थापक शिव कुमार ने कहा कि इस समूह के द्वारा बिहार के सरकारी विद्यालयों के शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है जिससे प्रेरणा लेकर शिक्षक अपने विद्यालय में छात्रों के बीच गुणात्मक शिक्षा की ओर कदम बढ़ा रहे हैं और प्रतिदिन अपने-अपने विद्यालय में एक से बढ़कर एक गतिविधि एवं नवाचार के माध्यम से शिक्षा दे रहे हैं। समूह का शिक्षकों को मिलकर काम करने, एक दूसरे से सीखने, छात्रों को सीखने में सहायता करने के साथ-साथ इस दिशा में लगातार प्रयास जारी रहेगा, जब तक बिहार के सभी विद्यालयों में शत-प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जैसा माहौल न दिख जाए।