तबला वादन में नन्हा शाश्वत ने तबला बजाकर गयाजी का झंडा गाड़ा नाम किया
मनोज कुमार ।
संगम में कलाकारों के संगम विभिन्न राज्यों के प्रतिभागी सामिल, .
गया घराना के चर्चित कलाकार स्वर्गीय कामेश्वर पाठक ने जिस बच्चा को हारमोनियम और तबला सिखने की आशीर्वाद अल्प आयु में दिया. वो बच्चा बिहार ,मोक्ष व ज्ञान भूमि के गयाजी संगीत घराना का नाम रौशन दूसरे प्रदेश में तबला बजाकर करने में जुटा हैं. बोधगया कोल्हौरा गाँव निवासी शाश्वत नन्हा उस्ताद तबला वादक के रूप में जाना जाता हैं. तबला बजाने की शिक्षा स्वर्गीय कामेश्वर पाठक के आदेशानुसार अनुसार उसके पिता राजेश कुमार संगीत की शिक्षा दे रहे हैं. अल्प आयु बचपन में ही गया घराना के सुप्रसिद्ध ठुमारी गया ने हारमोनियम पर हाथ रखने के लिए सिखाये और उन्होंने ने कहा की अपने दादा के तरह ही तबला बजायेगा. शाश्वत के घर में उसके पूर्वजों से तबला बजाने की परम्परा चली आ रही हैं. स्वर्गीय गोखुल दुसाध, उनके पुत्र स्वर्गीय वासुदेव पासवान, पौत्र कपिल , सुखदेव, इंद्र देव, राजेश कुमार संगीत शिक्षक व पत्रकारित के क्षेत्र में अपना कड़ी मेहनत कर आगे समाज के हित में अच्छा काम कर रहे हैं. नन्हा तबला वादक शाश्वत के प्रथम गुरूजी पिता राजेश कुमार, स्वर्गीय कामेश्वर पाठक सुप्रसिद्ध ठुमारी गायक गया घराना. सुप्रसिद्ध ठुमारी पखावज वादक गया घराना. सतीश शर्मा सुप्रसिद्ध ख्याल,ठुमारी, लोक गीत गायक गया घराना वर्तमान समय राँची, सलीम अल्लाह वाले सुप्रसिद्ध अंतराष्ट्रीय तबला वादक, ख्याल, ठुमारी, गज़ल गायक भोपाल, पंडित राम गोपाल, और दिनेश मौआर गया घराना के सहयोग से शाश्वत को संगीत शिक्षा की तालीम दिया जा रहा हैं.
*युवा बाल कलाकार ने विभिन्न मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां इस प्रकार दिया हैं.
लगभग 5 वर्ष की उम्र से आप मंचों पर तबला बजाना शुरू कर दिया अपने स्कूल सेमरॉक और बौद्ध महोत्सव में प्रथम बार तबला सोलो बजाया. उसके बाद श्री प्राचीन जगरनाथ मंदिर बोधगया, तक्षिला स्कूल गया, बाबा बैजनाथ धाम व वसूकीनाथ नाथ धाम झारखण्ड. बिहार बाल भवन किलकारी गया, सहित विभिन्न अनेकों मंचों पर तबला सोलो बजाया हैं.देश के नामचीन कालकारों के साथ आपने तबला सोलो और संगत बजाया कर आशीर्वाद प्राप्त किया जो इस प्रकार नाम हैं *सुप्रसिद्ध ठुमरी गायक स्वर्गीय कामेश्वर पाठक (गया ) सुप्रसिद्ध भोजपुरी समाज स्वर्गीय जनमेंजय मिश्रा (पटना )पद्म भूषण पंडित साजन मिश्रा (बनारस ), पदम श्री मालिनी अवस्थी (बनारस ), अंतर्राष्ट्रीय तबला वादक उस्ताद सलीम अल्लाह वाले, सुप्रसिद्ध पखावरी वादक पंडित आशुतोष उपाध्याय (पटना ), सुप्रसिद्ध गायक सतीश शर्मा ((रांची), अंतरराष्ट्रीय तौलाबाद उस्ताद शादाब शकोरी, अंतर्राष्ट्रीय तबला वादक शहजाद जानी ( मुंम्बई ), सुप्रसिद्ध भजन सम्राट अनूप जलोटा, सुप्रसिद्ध तबला वादक अरशद खान ( मुम्बई ) सुप्रसिद्ध तबला वादक रामकुमार मिश्र ( बनारस ) और अन्य देश के नामचीन कलाकारों से आशीर्वाद प्राप्त किया और तबला संगत भी साथ में बजाया है ।
*प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद* के मंच पर भारत के विभिन्न राज्यों के प्रतिभागी विभिन्न विद्या में अपने प्रस्तुति देने के लिए भाग लिया. युवा बाल कलाकारों ने भी तबला सोलो और अन्य विद्या में अपना प्रस्तुति दी. बिहार गया घराना का शाश्वत दूसरे स्थान पर रहा और रुद्र प्रथम स्थान पर तबला वादन में अपना पहचान बनाया . सभी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने वाले को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देखकर सम्मानित सुशोभित किया गया. सम्मनित कर सभी बच्चों को उज्जवल भविष्य की कामना किया गया.