औरंगाबाद के आदर्श हॉस्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विकास कुमार गरीबों के लिए बन रहे हैं मसीहा
विश्वनाथ आनंद।
औरंगाबाद( बिहार )- औरंगाबाद बिहार के आदर्श हॉस्पिटल के नाम से विख्यात सदर अस्पताल इन दिनो डॉ विकास कुमार के कार्यों को लेकर चर्चा में है. इस संबंध में औरंगाबाद के सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद शाहनवाज उर्स सल्लू खान मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि हमारे समाज में चिकित्सक को भगवान का रूप कहा जाता है.यह अलग बात है कि कभी -कभी चिकित्सकों पर आरोप भी लगते रहते हैं, लेकिन समाज में आज भी बहुत से ऐसे चिकित्सक मौजूद हैं, जो अपने दायित्वों की गरिमा का ध्यान रखते हुए समाज हित के लिए ऐसे कार्य करते रहते हैं, जिसकी वजह से लोग चिकित्सक को भगवान का रूप कहते ही नहीं बल्कि मानते भी हैं. ऐसा ही एक नाम है सदर अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. विकास कुमार सिंह का. उन्होंने आगे कहा कि डॉ विकास कुमार गरीबों के मसीहा है. उन्होंने कहा कि डॉ विकास कुमार एक बार फिर गरीब मरीज के लिए सदर अस्पताल से अपना ड्यूटी करके चार बजे तक घर चले गए.शाम छह बजे ओबरा थाना क्षेत्र के छपरा गांव का बैजू राम सदर अस्पताल पहुंचता है. और अपना सारी कहानी अस्पताल में स्वास्थ कर्मियों को कहता है.सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने इसकी जानकारी डा. विकास कुमार सिंह को फोन पर दिया तो डा. विकास ने अभिलंब घर से उसे गरीब परिवार के लिए सदर अस्पताल स्वयं देखने के लिए पहुंचकर मरीज की स्थिति का जायजा लिया. मरीज ने अपनी सारी कहानियां उन्हें बताई तो लोग सुनकर उन मरीज भी हैरान हो गया.साबित कर दिया है कि चिकित्सक को भगवान का रूप जो कहा जाता है, वो सही है. उन्होंने आगे कहा कि डॉ विकास कुमार ने गंभीरता से लेते हुए अपने से चलकर मरीज को प्लास्टर किया और पूरी तरीके से हाथ को अपने से बिठाया, जहां दूसरी और चिकित्सक इस आपरेशन का कर रहे थे .और डेढ़ लाख की मांग कर रहे थे. चिकित्सक एक अपने निजी राशि से बाहर से मंगवा कर भी उसे एक इंजेक्शन देखकर उसे हाथ को सही तरीके से ऐसा कर दिखाया कि सदर अस्पताल में चर्चा का विषय बना हुआ है.
जिस हाथ के हड्डी टूट जाने और आपरेशन करने को लेकर डेढ़ लाख का खर्च निजी अस्पताल ने बताया. सदर अस्पताल में सोमवार की शाम चार बजे सदर अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विकास कुमार सिंह के द्वारा सही तरीके से इलाज किया गया.