भीषण गर्मियों में बच्चों का स्कूल आना बन रहा खतरनाक,शिक्षकों की बढ़ी परेशानी

संतोष कुमार ।

प्रखण्ड क्षेत्र में गर्मी चरम सीमा पर है,ऐसी स्थिति में स्कूली बच्चों का बेहोश होना आम बात हो गया है।वहीं शिक्षकों को पढ़ाने से ज्यादा चिंता बच्चों की सेहत का सताता रहता है।ताजा मामला सिरोडावर पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सोहदा का है,जहां पढ़ाई करते हुए भीषण गर्मी एवं लू से परेशान तीसरी कक्षा की एक छात्रा बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी।छात्रा अंशु कुमारी के बेहोश होकर गिरते ही पढ़ा रहे शिक्षक तुरंत पढ़ाना छोड़कर बेहोश बच्ची को जमीन से उठाकर बेंच पर लिटाकर होश में लाने का प्रयास करने लगे।साथ ही छात्रा के बेहोश के होने की सूचना प्रधानध्यापक लालजीत प्रसाद एवं महिला शिक्षिकाओं को मिलते ही वे लोग कक्षा में पहुंच कर बेहोश के चेहरे पर पानी आदि छींटकर होश में लाने का अथक प्रयास किया गया।जब छात्रा थोड़ी होश में आई तो उसे तुरंत रजौली स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।

जहां चिकित्सकों ने बीमार बच्चे का प्राथमिक इलाज कर जरूरी दवाइयां आदि देकर घर भेज दिया।वहीं सोहदा के ग्रामीण राकेश यादव,संजय प्रसाद आदि लोगों ने कहा कि पहले गर्मी की छुट्टियां पड़ती थी,तो बच्चे अपनी मां के साथ अपने नानी-घर जाया करते थे।जबकि इस बार भीषण गर्मी एवं बेहताशा लू में भी बच्चों को प्रतिदिन स्कूल आना-जाना पड़ रहा है।इसके कारण आये दिन बच्चे बीमार पड़ रहे हैं।कभी लू आदि लगने के कारण उल्टी व दस्त का शिकार हो जा रहे हैं,तो कभी गर्मी के कारण बेहोश हो जा रहे हैं।ग्रामीणों ने कहा कि भीषण गर्मी में स्कूल को कुछ दिनों के लिए बन्द रखना चाहिए।साथ ही कहा कि सरकार को इस विषय में पुनः निर्णय लेने की आवश्यकता है।

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