वर्तमान सांसद रविशंकर प्रसाद के 5 साल के क्रिया कलापो उनकी अकर्मण्यता से जनता क्षुब्ध है
संजय वर्मा ।
पटनासाहिब संसदीय क्षेत्र भाजपा की बपौती नहीं है वर्तमान सांसद रविशंकर प्रसाद के 5 साल के क्रिया कलापो उनकी अकर्मण्यता से जनता क्षुब्ध है गुस्से में आक्रोशित है टिकट मिलने की घोषणा के बाद से लगातार जनता का विरोध जारी है कई गांवों में उन्हें घुसने नही दिया तो कइयों ने उन्हें खदेड़ दिया कहीं काला झंडा दिखाया जा रहा तो कहीं गो बैक के नारे दिया जा रहा दूसरी ओर इंडिया ब्लॉक के कांग्रेस उम्मीदवार अंशुल अविजित कुशवाहा का खूब स्वागत हो रहा अंशुल हर उस गाँव तक जनसंपर्क कर रहे जिसके बारे में रविशंकर को ज्ञान भी नहीं है यह जो प्रचारित किया जाता रहा कि पटनासाहिब लोकसभा कायस्थ बाहुल्य है बिल्कुल बकवास है ऐसा होता तो पूर्व में भाकपा के रामावतार शास्त्री बार बार जीतते रहे कांग्रेस के टिकट पर डॉ सीपी ठाकुर भी एक बार जीते हैं जहां अंशुल अविजित कुशवाहा का सवाल है तो जातीय समीकरण के हिसाब से वो कहीं से भी कमजोर नही है कांग्रेस के अपने वोट के साथ राजद का मुस्लिम यादव अतिपिछड़ा का मत तो मिलेगा है।
जगजीवन राम के नाती होने के कारण दलित का वोट भी मिलेगा कोयरी का वोट तो मिलना ही है रविशंकर के व्यवहार से क्षुब्ध वैश्य भी वोट करेंगे फिर मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी समर्थक जातियां हो सीपीआई सीपीआई माले तो मजबूती से साथ है ही बस अंशुल को कड़ी मिहनत करनी पड़ेगी वो इंडिया ब्लॉक के सभी कार्यकर्ताओं को अपने साथ जोड़कर मिहनत करें हर उन गावो तक पहुंच जाएं जहां रविशंकर ताकने भी नही गए ग्रामीणों की समस्याओं को समझें संवाद करें जनता गरीबी बेरोजगारी महंगाई से त्रस्त है इसे भी जनता को समझाएं तो रविशंकर प्रसाद के लिये मोदी आएं या ट्रम्प कोई फर्क नहीं पड़ेगा अंशुल चुनाव निकाल सकते है रविशंकर चुनावी मुकाबले में कहीं नहीं टिकेंगे क्योंकि चुनावी वातावरण हवा उनके विरुद्ध है।