अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा का जनाक्रोश मार्च

दिवाकर तिवारी ।

जिला प्रशासन और राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का लगाया आरोप ।

सासाराम। शहर के रेलवे मैदान सासाराम से मंगलवार को अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शहर की सड़कों पर एक जनाक्रोश मार्च निकाला। इस दौरान आदर्श आचार संहिता को देखते हुए जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए भारी संख्या में किसान मजदूरों ने पुरानी जीटी रोड, पोस्ट आफिस चौराहा होते हुए समाहरणालय के मुख्य द्वार से वापस लौटकर रेलवे मैदान में एक जनसभा की तथा अपनी 30 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से जिला पदाधिकारी को सौंपा। सभा को संबोधित करते हुए संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष कामरेड राजेश पासवान ने जिला प्रशासन की कोताही एवं वादाखिलाफी के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आम जनता में जिला प्रशासन की विश्वसनीयता खत्म हो गई है। वहीं कैमूर वन अधिकार संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने कैमूर वन क्षेत्र में बाघ अभ्यारण के नाम पर आदिवासियों व अन्य वनवासियों को उजाड़े जाने तथा वन विभाग द्वारा वन अधिकार कानून 2006 का खुल्लम-खुल्ला अवहेलना किए जाने की भर्त्सना की।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए संगठन के जिला सचिव कामरेड अयोध्या राम ने कहा कि जिले के कई प्रखंडों में हदबंदी, भूदान, बटाई भूमि से परचाधारियों व बटाईदारों की बेदखली की समस्या को संगठन ने गत 13 जून से 19 जून 2023 तक धरना प्रदर्शन के माध्यम से जिला प्रशासन के सामने उठाया था। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासनों पर अमल नहीं किया गया। लिहाजा संगठन जनाक्रोश मार्च के माध्यम से जिला प्रशासन को चेतावनी देना चाहता है कि हम और हमारी जनता अफसरशाही के झूठे आश्वासनों के भरोसे हाथ पर हाथ धरे बैठने वाली नहीं है। हम भूमि सुधार कानून को जनता की ताकत व तैयारी के आधार पर हर हाल में लागू कराएंगे। साथ हीं भू माफियाओं द्वारा अतिक्रमण किए गए भूमि को मुक्त कराकर भूमिहीनों में वितरित करने एवं कृषि मंडियों को पुन्न बहाल करने की भी मांग रखी गई। सभा को संबोधित करने वालों में रामनारायण प्रसाद, सुखारी बनवासी, धनंजय उरांव, सुरेंद्र उरांव, नथुनी राम, महिला नेत्री कामरेड चंदा, कामरेड उषा, कामरेड आरती आदि शामिल रहे।

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