संदेहास्पद – एटीएम से नकली नोट निकलने पर युवक परेशान,बैंक जाकर बदलवाए नोट
संतोष कुमार ।
थाना क्षेत्र के पुरानी बस स्टैंड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के नीचे स्थित एटीएम से बुधवार की सुबह पैसे निकालने आये युवक के हाथों में एक पांच सौ का नकली नोट आ गया।जिससे युवक परेशान होकर आसपास गार्ड को ढूंढने लगा।पीड़ित थाना क्षेत्र के मनहर गांव निवासी मुन्ना सिंह के पुत्र सेन्टू कुमार ने कहा कि वे सुबह लगभग सवा आठ बजे पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से पैसे निकालने के लिए रजौली आये थे।उन्होंने एटीएम कार्ड के जरिये बीस हजार रुपये निकाले जिसमें एक पांच सौ के नोट को नकली पाया।नकली रुपये को हाथ मे लेकर युवक बाहर आकर गार्ड को ढूंढने लगा।किन्तु आसपास कोई एटीएम गार्ड दिखाई नहीं दिया।
युवक ने कहा कि बैंक का मुख्य दरवाजा खुला हुआ था।जब वे मुख्य दरवाजे से पहले तल पर स्थित बैंक गए तो वहां सफाई में जुटे कर्मी ने कहा कि सभी बैंक बन्द है।बैंक खुलने के बाद मैनेजर साहब से आकर मिलिएगा।युवक ने कहा कि वे जरूरी कार्य से एटीएम से पैसे निकालने आये थे,अब वे एटीएम से निकले नकली पैसे बैंक को वापस करने के चक्कर में फिर घर से वापस आना पड़ेगा।साथ ही उन्होंने कहा कि बैंक कर्मी को यदि हमपर विश्वास नहीं होगा तो वे एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज से जांच भी कर सकते हैं।हालांकि बैंक खुलने के बाद युवक लगभग 10:30 से 11 बजे के बीच बैंक जाकर कर्मियों से इसकी शिकायत की।जिसके बाद पीड़ित द्वारा दिये गए नोट को बैंककर्मी ने वापस मशीन में चेक किया और उसको सही बताकर युवक को दूसरा नोट पकड़ा दिए।पीड़ित युवक पैसे लेकर बैंक से वापस घर चला गया।वहीं पीड़ित युवक ने एटीएम गार्ड नहीं होने पर भी चिंता जताई है।वहीं बैंक कर्मियों और एटीएम में पैसे डालने वाले कर्मियों पर भी सवाल उठाया कि आखिर कैसे एटीएम से नकली नोट ग्राहक को मिल रहा है।वहीं आसपास के लोगों ने कहा कि पहले तो बाजार में नकली नोट मिला करता था,अब तो बैंक और एटीएम में भी नकली नोट मिलने लगे हैं।बताते चलें कि बीते दिन ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम के समीप से एक ठग को गिरफ्तार कर जेल भेजी थी।ऐसे में बिना गार्ड वाले एटीएम से पैसे निकालना लोगों के लिए परेशानी का अहम कारण बना हुआ है।
क्या कहते हैं बैंक मैनेजर –
इस बाबत पर बैंक मैनेजर उमाशंकर कुमार ने पूरी जिम्मेदारी के साथ कहा कि एटीएम में डाले जाने वाले पैसों की बारीकी से जांच होती है।साथ ही कहा कि करेंसी की जांच के लिए प्रत्येक पन्द्रह दिनों में बैंक पदाधिकारी बदलते रहते हैं।मैनेजर ने यह भी कहा कि बैंक में किसी भी कर्मी द्वारा कोई नोट नहीं बदला गया है।जबकि पीड़ित युवक द्वारा बैंक में ही नोट बदलने की बात कही जा रही है।इस तरह से मामला संदेहास्पद प्रतीत होता है।