नागरिकता संशोधन अध्यादेश व्यापक स्वागत योग्य सराहनीय कदम- डॉक्टर विवेकानंद मिश्रा

विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार)-विभिन्न सामाजिक एवं कौटिल्य मंच से जुड़े लोगों ने केंद्र सरकार द्वारा देश में नागरिकता संशोधन अध्यादेश का व्यापक स्वागत किया है.लोगों ने कहा है कि यह राजनीति का विषय नहीं मानवता के हित एवं कल्याण से जुड़ा प्रश्न है, चुकी बांग्लादेश ,पाकिस्तान, अफगानिस्तान के उन अल्पसंख्यकों को हिंदू, सिख, इसाई ,जैन आदि जो वर्षों से उपेक्षित उत्पीड़ित थे . जिन्होंने 2014 से पहले नागरिकता के लिए भारत का आवेदन किया था . इस अध्यादेश को लागू कर केंद्र सरकार द्वारा उन्हें संरक्षण एवं न्याय दिलाने की दिशा में पहल किया गया है जो सराहनीय है. तथा स्वागत योग्य है.उल्लेखनीय है कि यह नागरिकता संशोधन कानून 9 दिसंबर 2019 को लोकसभा एवं राज्यसभा से पारित हुआ था. जिन प्रमुख लोगों ने इसका स्वागत किया है।

उनमे राधा मोहन मिश्रा ,माधव बी एन पांडेय, प्रोफेसर उमेश चंद्र मिश्र, शिव ,डॉक्टर विवेकानंद मिश्र, डॉ ज्ञानेश भारद्वाज ,रवि भूषण पाठक, रंजीत पाठक ,पवन मिश्रा, देवेंद्र नाथ मिश्रा ,अजमेरी खातून, शुभम पाठक ,पुष्पा कुमारी, सूरज कुमार ,मधु देवी, संजू कुमारी ,विजय कुमार ,गीत देवी, सुमन कुमारी, योगेश चंद्र मिश्र ,रश्मि मिश्रा ,अफसाना, बृजराज कुमार पांडे ,वीरेंद्र शर्मा, सत्येंद्र कुमार ,अभिषेक मिश्रा, हरमीत सिंह ,विनोद कुमार सिंह, नीलम कुमारी ,किरण पाठक, ऋषिकेश गुड़दा ,शंभू गुड़दा, कृष्णा बाबू टैया, प्रोफेसर रीना सिंह, प्रोफेसर संगीता सिंह, आचार्य रूपनारायण मिश्रा, आचार्य बालमुकुंद मिश्रा, इसके अलावे बड़ी संख्या में लोगों ने इसका स्वागत किया .

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